जशपुरनगर।जिले में डीएमएफ से संचालित समर्थ दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र में दिनांक 22/9/2021को ह्रदय विदारक घटना हुई थी जिसमें संस्था के दो कर्मचारियों ने ही नाबालिक दिव्यांग बालिकाओं के साथ हैवानियत की हद पार करते हुए 6 दिव्यांग बच्चियों के साथ छेड़छाड़ एवम बालात्कार की घटना को अंजाम दिया था ।घटना को लेकर देशभर में लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया था ,घटना की भयावहता का आंकलन इसी बात से लगाया जा सकता है कि घटना के तुरंत बाद ही राज्य सरकार ने तत्कालीन कलेक्टर जशपुर और एसडीएम को स्थानन्तरित किया था तथा संस्था के प्रभारी डीएमसी एवम अन्य कर्मचारियों को निलंबित किया गया था । वैसे तो पुलिस ने घटना की आनन फानन में जांच करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तथा न्यायालय में उनके विरुद्ध अभियोग पत्र भी प्रस्तुत किया है लेकिन घटना के चार माह व्यतित हो जाने के बाद भी पीड़िताओं को कोई मुआवजा नहीं मिलने तथा परिजनों के द्वारा बार बार घटना की जांच पर सवाल उठाते हुए शिकायत करने तथा घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग करने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा उनकी बात को अनसुना करने तथा पीड़िताओं के परिजनों की शिकायत पर संज्ञान नहीं लेने पर परिजनों ने कलेक्टर जशपुर को एक सूचना दिनांक 1/2/22को देते हुए कहा था कि पीड़िताओं के परिजन दिनांक 8/2/22को समर्थ दिव्यांग केंद्र के सामने एक दिवसीय धरना देंगे। जिसको लेकर जिला प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है और जैसी सूचना मिली है कि जिला प्रशासन ने आनन फानन में तीन पीड़िताओं को मुआवजा का चेक देने हेतु परिजनों से सम्पर्क किया है जिस पर परिजनों का कहना है कि जब घटना छः बच्चियों के साथ हुई तो प्रशासन मात्र तीन बच्चियों को ही मुआवजा क्यों देना चाह रहा है ।परिजनों ने ग्राउंड जीरो से चर्चा करते हुए बताया कि पुलिस उन्हें बार बार परेशान कर रही है ।जिससे वे काफी दुखी हैं।इसी बीच एक परिजन ने तो फेसबुक पर ही लिख डाला कि —
।पीड़ित के परिजन के द्वारा फेसबुक पर की गई यह पोस्ट अत्यंत मार्मिक एवम पीड़ा देने वाली है जिसको लेकर जिले में चर्चा हो रही है और सभी का सवाल है कि आखिर जिला प्रशासन और सरकार पीडताओं के परिजनों की बात सुनने को तैयार क्यों नही है आखिर इतना ह्रदय विदारक पोस्ट करने की आवश्यकता परिजनों को क्यों हुई ।बहरहाल देखना यह है कि 8 फरवरी के धरना प्रदर्शन के बाद घटना पर जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार क्या संज्ञान लेती है ?