कांसाबेल।ग्राम पंचायत सचिव संघ का लगातार हड़ताल जारी है, वहीं 24 घंटे में काम पर वापस लौटने के शासन के आदेश के बाद सचिव संघ के कर्मचारी और भड़क गए हैं।उनका कहना है की ग्राम पंचायत में शासन की सभी योजनाओं के क्रियावयन के लिए सतत रूप से बखूबी से सचिव संघ अपनी जिम्मेदारी निभाते आ रही है,लेकिन सचिव संघ की मांग को पूरा करने की बजाय पंचायत के संचालन के लिए अब मैदानी स्तर में कार्यरत कर्मचारी एवं करारोपण अधिकारियों को आदेश दिए जा रहे है। गौरतलब है की पंचायत सचिव संघ द्वारा एक सुत्रीय मांग को लेकर सोमवार को 18 वें दिन भी काम बंद कलम बंद कर हड़ताल जारी रखा।ग्राम पंचायत सचिव संघ के द्वारा उनकी मांग पूरी नहीं होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का एलान कर दिया है,जिससे अब लोगों को भी पंचायत स्तर के कार्यों के लिए उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।हड़ताल कर रहे सचिव संघ का कहना है की पंचायत सचिवों का एक सूत्रीय मांग परीविक्षा अवधि पश्चात् शासकीयकरण की घोषणा नहीं करने के कारण 16 मार्च से काम बन्द कलम बन्द कर हड़ताल कर रहे हैं।सोमवार को कांसाबेल जनपद पंचायत के सचिव संघ ने जनपद पंचायत के समरसता भवन में एकजुट होकर प्रदेश सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए शासन के आदेश को आग के हवाले कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़ के विभिन्न ग्राम पंचायतों में कार्यरत पंचायत सचिव का बजट 2023-24 में शासकीयकरण करने पंचायत मंत्री द्वारा आश्वासन दिया गया था।किन्तु बजट में पंचायत सचिवों की शासकीयकरण में कोई पहल नहीं होने से छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संगठन के प्रान्तीय आह्वाहन पर पंचायत सचिव संघ ब्लाक ईकाई कांसाबेल एक सूत्रीय मांग परिवीक्षा पश्चात् शासकीयकरण के संबंध में दिनांक 16.03.2023 से काम बन्द कलम बन्द अनिश्चितकालीन हडताल पर हैं।इससे पहले प्रदेश सरकार द्वारा बजट पेश करने के बाद ग्राम पंचायत सचिव संघ ने उनकी मांग पर विचार नहीं किए जाने पर प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना में गोबर खरीदी कार्य बंद कर 15 मार्च तक अल्टीमेटम दिया गया था।लेकिन किसी प्रकार का विचार नहीं किए जाने पर सचिव संघ ने हड़ताल जारी रखा है।इस मौके पर सचिव संघ अध्यक्ष हेमलता सिंह,गणेश यादव,दिलेश्वर सिदार ,रामाकांत वैष्णव,ज्ञानस्वरूप साहू,जयराम चौहान,अमर सिदार,अल्फा,रामकुमार,संतोष चौहान,हरीश,मनोज वैष्णव,रामकुमार, चंद्रावती,रूपनारायण सिदार,सहित सभी पंचायत सचिव मौजूद रहे।
*ग्राम पंचायत सचिवों को 24 घंटे में काम पर वापस लौटने के फरमान के बाद भड़के संघ के कर्मचारी,अब आदेश को किया आग के हवाले,कहा हम सब एक हैं,देखिए वीडियो……………*
