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*आक्रोश–सड़क निर्माण के दौरान आदिवासियों का जमीन का हो रहा अधिग्रहण, बिना सहमति के ठेकेदार ने कर दिया सड़क निर्माण कार्य शुरू ,अब किसानों ने जताई आपत्ति कहा मुआवजे के बाद ही होगा सड़क निर्माण कार्य,अन्यथा होगा आंदोलन………..*

कोतबा,जशपुरनगर:-(सजन बंजारा की रिपोर्ट)पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत फरसाटोली के आश्रित ग्राम गोलियागढ़ से औरीजोर तक बन रहे सड़क निर्माण में दर्जनों आदिवासी गरीब किसानों के पुस्तैनी जमीन अधिग्रहण कर बनाया जा रहा है।किसानों का कहना है कि लोगों की सुविधाओं के लिये बनाये जाने वाली सड़क निर्माण से उन्हें भूमिहीन होना पड़ रहा है।किसानों का आरोप है कि उक्त जमीन के लिये उनसे कोई अनुमति नहीं लिया गया.और मनमाने तौर पर ठेकेदार के लोगों द्वारा उनके खेतों में गड्ढे बनाकर निकले मिट्टी को पाट दिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार गोलियागढ़ से औरीजोर तक छ.ग.रोड़ एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेव्हलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड योजना अंतगर्त स्वीकृति प्रदान किया गया। लगभग चार करोड़ 72 लाख रुपये से बनने वाली यह सड़क की लंबाई लगभग साढ़े चार किलोमीटर है।जिसे जशपुर के मे.एस.एम.व्ही.एम.कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी को निर्माण की एजेंसी दिया गया है।
किसानों का कहना है कि इस मनमाने सड़क निर्माण से वे भूमिहीन होकर अपनी पुस्तैनी जमीनों से बेदखल हो रहें है.जिससे वे मानसिक और आर्थिक रूप से आहत हो रहें है।

*इन किसानों का हो रहा भूमिअधिग्रहण,काट दिये सैकड़ो पेड़*
किसान शोभन साय पैंकरा 2 एकड़,जयराम बंजारा 1 एकड़, शिवप्रसाद पैंकरा,संजय पैंकरा,जयसिंह पैंकरा,जनक पैंकरा सहित अन्य दर्जनों किसानों का जमीन इस बनने वाली सड़क के अधिग्रहण की जद में आ रहें है।
किसान शोभन साय पैंकरा सहित अन्य किसानों ने बताया कि उन्हें उनके पुरखों की जमीन अधिग्रहण के बदले जमीन दिया जाये या मुआवजा उसके बाद ही सड़क निर्माण करने दिया जायेगा. इसके लिये उन्हें आंदोलन करना पड़ेगा तो वो तैयार है।किसानों का कहना है कि उनके खेतों में लगाये गये इमारती सहित फलदार पौधे जिससे उन्हें आर्थिक मदद मिलती थी.उन सैकड़ों पेड़ो की बलि चढ़ा दी गई है।ऐसे में किसानों का कहना है कि उनके पूर्वजों के लगाए गये पेड़ों की भी उन्हें भरपाई मिलनी चाहिये।लोकनिर्माण विभाग के देखरेख में बन रही यह सड़क जहां घटिया और स्तरहीन कार्य को लेकर सुर्खियों में है.तो वहीं अब किसानों के जमीनों को अधिग्रहण करने का मामला उजागर हुआ है।

*वर्शन*
मिट्टी फिलिंग का कार्य चल रहा है,इसके कारण अधिक चौड़ा लग रहा.मुआवजे का प्रावधान के लिये कोई शासकीय आदेश नहीं।अगर ऐसी बात है तो एक बार स्थल निरीक्षण कर दिखवाता हूँ।

ई ई लोकनिर्माण विभाग।
प्रमोद गुप्ता।

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