Site icon Groundzeronews

*डीपीएस में मनाया गया गया सशस्त्र सेना झंडा दिवस, रिटायर्ड सेना अधिकारी ने दी ज्ञानवर्धक जानकारियां, नन्हे बच्चों ने किया पिकनिक में धमाल*

InShot 20241208 142129820

जशपुरनगर। यहां के डीपीएस हायर सेकेंडरी में सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया गया जिसमें बच्चों को रिटायर्ड सेना अधिकारी उत्तम कुमार साहू द्वारा अनेक ज्ञानवर्धक बातें बताई गई और यह बताया गया कि किस तरह हम सेना में भर्ती हो सकते हैं और आर्मी मैं अपना कैरियर बनाकर देश की सेवा कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों के बहुत सारे सवालों का भी जवाब दिया। उन्हें यह बताया कि सेना में भर्ती होने के लिए सबसे जरूरी है कि हमें अपना हेल्थ का ख्याल रखना चाहिए, अनुशासन में रहना चाहिए और हमेशा हेल्दी डाइट लेना चाहिए। एक स्वस्थ मनुष्य देश की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है इसलिए हमें अपने शरीर के साथ और अपने हेल्थ के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। इस मौके पर विद्यालय के एमडी ओपी सिन्हा ने बताया कि सेना हमारे जीवन का कैसे अहम हिस्सा है, सेना के प्रमुख को क्या कहा जाता है और भारतीय सेना किस प्रकार हमारे जीवन को सहज और सुरक्षित रखती है। भारतीय सेना का आभार व्यक्त करते हुए विद्यालय की अकादमिक प्राचार्य गार्गी चटर्जी ने कहा कि हम बहुत खुशनसीब हैं कि भारतीय सेना हमारी सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहती है, हम उनके लिए कितना भी करें वह कम है। हम इनका ऋण कभी भी नहीं चुका पाएंगे। इस कार्यक्रम में स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर ओम प्रकाश सिन्हा, डायरेक्टर सुनीता सिन्हा, एकेडमिक प्राचार्य गार्गी चटर्जी, उप प्राचार्य एरिक सोरेंग के साथ सभी शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थे। वहीं वन टू फाइव के बच्चे भी भारतीय सेना पर स्पीच दिए और उनकी जीवन शैली के बारे में बातें कहीं। डीपीएस किड्स के बच्चे पिकनिक जाकर खूब धमाल मचाया। विद्यालय के एमडी ओपी सिन्हा ने कहा कि पढ़ाई के अलावा भ्रमण पिकनिक जैसी गतिविधियां भी बहुत आवश्यक हैं, जो बच्चों को बाहरी दुनिया से जोड़ती हैं और बच्चों के अंदर बाहरी परिवेश के प्रति समझ विकसित करती हैं।
*पर्यावरण के प्रति सजग हुए बच्चे*
इसके अलावा सैटरडे एक्टिविटी के तहत डीपीएस किड्स के बच्चों को पिकनिक ले जाया गया। पिकनिक का आनंद बच्चों के साथ ही स्कूल की शिक्षिकाओं ने भी लिया। इस दौरान बच्चों को पर्यावरण के महत्व के बारे में बताया गया, जिससे बच्चे इस विषय के बारे में सजग हुए।

Exit mobile version