कांसाबेल। पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न स्वर्गीय पंडित अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म दिवस सोमवार को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। जिला पंचायत सदस्य सालिक साय ने अपने गृह ग्राम पोंगरो में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला।
श्री साय ने कहा कि अटल बिहारी जी देश के विकास को लेकर हमेशा अटल रहे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिक्षा मंदिर गोरखी बाडा विद्यालय में हुई थी। यहां से उन्होंने आठवीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त की। जब वह पांचवीं में थे तब उन्होंने प्रथम बार भाषण दिया था। कालेज जीवन में ही उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेना आरंभ कर दिया था। आरंभ में वे छात्र संगठन से जुड़े। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख कार्यकर्ता नारायण राव ने उन्हें बहुत प्रभावित किया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शाखा प्रभारी के रूप में कार्य किया। उनका राजनीतिक जीवन 1942 में शुरू हुआ। भारतीय जनसंघ पार्टी का गठन हुआ था तो उसमें श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे नेताओं के साथ अटल बिहारी वाजपेयी की अहम भूमिका रही। वर्ष 1952 में अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली बार लखनऊ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, पर सफलता नहीं मिली। बाद में वह चुनाव में सफल हुए और देश के प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने विकास को गति दी। उन्होंने छत्तीसगढ़ को राज्य बनाकर बड़ा तोहफा दिया। इस मौके पर मौजूद लोगों ने बाजपेयी जी को श्रद्धांजलि भी दी।