जशपुरनगर: समर कैम्प को लेकर शिक्षा विभाग में विवाद की स्थिति बन गई है। बगीचा के ब्लाक शिक्षा अधिकारी मनीराम यादव ने समर कैम्प के लिए ना केवल सभी शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य कर दिया है अपितु छुट्टी में गए शिक्षकों को भी वापस आकर,समर कैम्प में शामिल होने का आदेश दिया है। बीईओ के इस आदेश से शिक्षक वर्ग नाराजगी जता रहा है। दरअसल,ग्रीष्मकालिन अवकाश के दौरान,छात्रों में कौशल विकास के लिए हर साल समर कैम्प का आयोजन किया जाता है। इस शिविर में बच्चों को ज्ञान विज्ञान के साथ गीत,संगीत,चित्रकला जैसे विद्यााओं को शामिल किया जाता है। इस विशेष शिविर में बीते सालों से बच्चें उत्साहपूर्वक शामिल होते रहते हैं। लेकिन,इस शिविर के आयोजन में शिक्षा विभाग को आवश्यक व्यवस्था बनाएं रखने के लिए शिक्षकों की पर्याप्त संख्या में उपस्थिति सुनिश्चित करने की चुनौती से जुझना पड़ता है। ग्रीष्मकालिन अवकाश होने के कारण,शिक्षक परिवार के साथ रिश्तेदारों से मिलने और पर्यटन स्थल की ओर निकल जाते हैं। ऐसे में,इस शिविर का आयोजन ही बड़ी चुनौती बन जाती है। समर कैम्प के लिए जारी किये गए आदेश में बीईओ ने कहा कि एसएमडीसी और पालक शिक्षक समिति की सहमति से बगीचा विकास खंड में प्राथमिक,उच्च प्राथमिक,हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूलों में सुबह साढ़े 7 से साढ़े 9 बजे तक आयोजन किये जाने का निर्णय लिया गया है। जारी किये गए आदेश में ब्लाक के सभी शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य करते हुए,बाहर गए शिक्षकों को तत्काल मुख्यालय पहुंचने और समर कैंप चलने के दौरान,बिना पूर्व अनुमति शिक्षकों के मुख्यालय छोड़ने पर भी बीईओ ने प्रतिबंध लगा दिया है।
‘इस संबंध में उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा गया है। मार्गदर्शन के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।’
मणिराम यादव,बीईओ,बगीचा
‘समर कैंप के आयोजन को लेकर,सरकार का जो निर्देश है,अधिकारियों को उसी निर्देश के परिपालन में काम कराना चाहिए। शिक्षकों पर अतिरिक्त दबाव नहीं बनाना चाहिए।’
अजय गुप्ता,जिलाध्यक्ष,शिक्षक फेडरेशन।