जशपुरनगर। सोमवार की दोपहर से ही जिले में मोचा तूफान का हल्का असर दिखने लगा था। शाम होते-होते बादल घने हो गए और तेज हवाएं चलने लगीं। जिले में कई जगह बूंदाबांदी भी हुई। इस चक्रवात की वजह से न सिर्फ देश के पूर्वी हिस्से में बारिश होगी, बल्कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 4 दिन तक मौसम खराब रह सकता है।
पहले अनुमान लगाया गया था कि चक्रवात भारत के दक्षिण तटीय क्षेत्रों, ओडिशा और दक्षिण-पूर्व गंगीय पश्चिम बंगाल से होकर गुजरेगा। मगर मौसम विभाग के अनुसार अब चक्रवात के फॉर्मेशन में बदलाव आया है और यह बंगाल की खाड़ी से उठकर उत्तर-पूर्वोत्तर बांग्लादेश-म्यांमार तट की आरे मुड़ जाएगा। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक,आज 8 मई की रात से हवा की रफ्तार बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे और 10 मई से 80 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। 9 तारीख से मौसम ज्यादा खराब रहने की संभावना है।
*कैसे होता है तूफान का नामकरण*
तूफान का नामकरण यूं ही नहीं हो जाता। संयुक्त राष्ट्र की इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक (ESCAP) पैनल के 13 सदस्य देश उत्तरी हिंद महासागर में बनने वाले तूफानों का नाम देने के लिए 13 देशों का एक पैनल है। इसमें शामिल हर देश को एल्फाबेटिकल आधार पर चक्रवात का नाम रखना होता है। 2020 में तूफानों का नाम देने की नई सूची जारी की गई थी जिसमें 13 देशों ने 13-13 नाम सुझाए हैं. इस तरह कुल 169 नाम तय किए गए थे।