कांसाबेल।क्षेत्र में बीते कई दिनों से अलग अलग दल में 40 हाथी विचरण कर रहे हैं,जिस पर वन विभाग की टीम द्वारा सतत रूप से निगरानी की जा रही है,साथ ही लोगों को हाथी से सावधानियां बरतने के किए आवश्यक सुझाव भी दे रही हैं।लेकिन लगातार हाथियों के कहर से लोग दहसत में रात गुजारने को मजबूर हैं।खासकर जंगल से सटे इलाकों में बड़ी दहशत देखने को मिल रहा है।बीते दिनों कांसाबेल तहसील के ग्राम बगिया, मुस्कूटी ,बंदरचुवा क्षेत्र में दर्जनों किसानों के खेत में कटे धान की फसल को हाथियों का दल पूरी तरह से चट कर गए,जिससे किसानों भारी नुकसान पहुंचा है।हालांकि वन विभाग की टीम द्वारा क्षति हुई फसलों का मुआवजे के लिए आंकलन कर रिपोर्ट तैयार कर ली है।क्षेत्र के डीडीसी सालिक साय ने हाथियों द्वारा हुए फसलों की नुकसान को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए किसानों को तत्काल उचित मुआवजे की राशि उपलब्ध कराने शासन प्रशासन से मांग की है।श्री साय ने कहा की किसानों के खेत में कटे सारे धान की फसल हाथी चट कर गए,जिससे किसानों को अब उन्हें खाने के लिए अनाज की चिंता सताने लगी है,ऐसे में शासन उन्हें तत्काल मुआवजे राशि देना चाहिए।
कांसाबेल एवं कुनकुरी वन परिक्षेत्र के दर्जनों गांव में 40 हाथियों का दल कर रहा है विचरण
बीते 10 दिनों से जिले के कई इलाकों में हाथियों का दल विचरण कर रहा है,जिस पर वन विभाग की टीम सतत रूप से निगरानी कर रही है।मंगलवार रात एवं बुधवार की रात को कांसाबेल वन परिक्षेत्र के ग्राम बगिया मुस्कुट्टी में दर्जनों किसानों के खेत में कटाई किए फसलों को बड़ी क्षति पहुंचाई है।जिससे ग्रामीणों को धान की फसलों को बड़ी नुकसान हुई है।बगिया के किसान कुलपति साय, रंजन साय,सनमत राम,झलेरबहार से होनारियुस एक्का, संदीप बड़ा, जोसेफ खलखो,तोबियस एक्का सहित दर्जनों किसानों का धान फसल का नुक़सान हुआ है। हाथियों का बगिया एवं मुस्कुटि में रात भर किसानों के खेत में कटे धान की फसल को रौंदते रहे।सुबह होते ही हाथियों का दल तमासिंघा की ओर चले गए।सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम क्षति हुई धान की फसलों का आंकलन करने मौके पर पहुंची।
दो दिन पहले बगिया क्षेत्र में 40 हाथियों दल किसानों के धान की फसलों की क्षति पहुंचाई है,जिसका आंकलन किया जा रहा है,साथ ही ग्रामीणों को हाथियों से छेड़खानी न करने की सलाह भी दी जा रही है,हाथियों का दल अलग अलग क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं,जिसपर विभाग की टीम सतत रूप से निगरानी कर रही है – प्रभावती चौहान रेंजर कांसाबेल