जशपुर/सन्ना(राकेश गुप्ता):- खबर जशपुर जिले के बगीचा ब्लाक के ग्राम पंचायत कामारिमा से है।जहां लगातार भ्रष्टाचार के नए नए कीर्तिमान गढ़े जा रहे हैं और पैसे के दम पर मामले को हमेशा दबाया जाता रहा है।भ्रष्टाचार को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले बगीचा जनपद के कमारिमा ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत निर्माण कार्यो में हुए व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार को उजागर करती हुई ग्राउंड जीरो ई न्यूज की खबर की जांच के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जिला पंचायत जशपुर के सीईओ ने जांच में गड़बड़ी की शिकायत को सही पाते हुए कार्य एजेंसी पर लगभग 18 लाख रुपये का भ्रष्टाचार होने पर विभाग के एसडीओ,इंजीनियर,ग्राम पंचायत के सरपंच,सचिव और रोजगार सहायक को कारण बताओ नोटिस जारी कर 7 दिन में जवाब तलब किया है। इस नोटिस में संतोषप्रद जवाब न मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। जिला पंचायत की इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस मामले में दोषियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है। जानकारी के लिए बता दें कि ग्राम पंचायत कामारिमा में हुए इस भ्रष्टाचार को सबसे पहले ग्राउंड जीरो ई न्यूज ने ही प्राथमिकता से उजागर किया था। इसके बाद मामले की जांच और कार्रवाई की मांग करते हुए स्थानीय लोगो ने धरना प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा था।जिस धरना प्रदर्शन को जनजाति सुरक्षा मंच के शीर्ष नेतृत्व का भी खूब समर्थन मिला था।जिसके बाद जांच अधिकारी के द्वारा जांच प्रतिवेदन पेश कर दिया गया।फिलहाल एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी और शासकीय राशि के रिकव्हरी का इंतजार ग्रामीणों को है।
पूरा मामला आपको बता दें कि बगीचा ब्लाक के कमारिमा ग्राम पंचायत में करीब एक साल से भ्रष्टाचार की जांच कराने ग्रामीणों के द्वारा लगातार संघर्ष किया जा रहा था।जिसमें ग्रामीणों ने कमारिमा पंचायत में मनरेगा के तहत हुए कार्यों में भारी भ्रष्टाचार होने की बात लगातार कह रहे थे।वहीं जहां ग्रामीणों का आरोप था कि ग्राम पंचायत कमारिमा में मनरेगा के तहत हुए विभिन्न कार्यों में फर्जी हाजरी,फर्जी मस्टररोल,फर्जी बिल लगा कर लाखों रुपये का घोटाला किया गया है।वहीं नाबालिक बच्चों के नाम भी फर्जी जॉब कार्ड बना कर राशि का बन्दरबांट करने जैसे गम्भीर आरोप लगाया था।जिसकी खबर हमने ग्राउंड जीरो ई न्यूज में भी लगातार प्राथमिक से उठाया थे।जिसके बाद कलेक्टर जशपुर ने जांच टीम गठित करते हुए जांच करने का आदेश जारी किया था।वहीं अब करीब एक साल बाद जांच टीम के द्वारा जांच प्रतिवेदन जिला पंचायत सीईओ के समक्ष प्रस्तुत किया जिसमें कार्य एजेंसी सरपंच सुरेंद्र भगत,सचिव वितुल सिद्दार,रोजगार सहायक रामसाय राम,उप अभियंता अजित जैसवाल,तकनीकी सहायक अल्मोद लकड़ा सहित तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी sdo विपिन राज मिंज के खिलाफ जिला पंचायत सीईओ ने लगभग 18 लाख रुपये का भ्रष्टाचार करने में संलिप्त पाया है।जिससे इन सभी से 15 दिन के अंदर जवाब प्रस्तुत करने को कहा है।वहीं जवाब प्रस्तुत नही होने पर इनके खिलाफ थाना में एफआईआर करने और विभागीय रूप से कड़ी कार्यवाही करने को कहा गया है।
बहरहाल सभी संलिप्त कार्य एजेंसी के लोगों को कारण बताओ नोटिश जारी होने से ग्रामीणों ने राहत की सांसें लेते हुये जिला प्रशासन और कलेक्टर जशपुर पर एक बार फिर भरोसा जताया है।वहीं ग्रामीणों ने अब जब इन सब के द्वारा शासकीय राशि में 18-18 लाख रुपये का भ्रष्टाचार करने का जांच के बाद दोष अगर सिद्ध हो गया है तो इन भ्रष्टाचारियों पर जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।