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*Big breking:-एक बार फिर मच बवाल, कद्दावर आदिवासी नेता गणेश राम भगत और कुदरगढ़ी बाक्साइड कम्पनी फिर आये आमने सामने… इस बार यहां के ये अधिकारी भी आये इनके रडार में… राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने लिया संज्ञान और सभी को दिल्ली किया तलब…पढिये पूरी खबर*

 

जशपुर नगर। माँ कुदरगढ़ी स्टील प्लांट का मामला शांत होता हुआ नहीं दिख रहा है।अब कम्पनी के बाक्साइड क्रेशर कम्पनी के द्वारा फर्जी ग्राम पँचायत का प्रस्ताव एवम अनापत्ति लेकर अवैध रूप से क्रेशर चलाने और जनजातिय वर्ग के लोगों को झूठे मामले दर्ज कर परेशान करने की शिकायत को राष्ट्रीय जनजाति आयोग ने संज्ञान में लेते हुए,अधिकारियों को तलब किया है। मामला सरगुजा जिले के लुंड्रा तहसील के सिलसिला गांव का है। इस गांव में मां कुदरगढ़ी बॉक्साइट कम्पनी ने क्रशर प्लांट लगाया हुआ। जनजातिय सुरक्षा मंच ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजातिय आयोग से किए गए शिकायत में बताया है कि कम्पनी ने फर्जीवाड़ा कर इस प्लांट के लिए पंचायत प्रस्ताव और अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किया है। इतना ही नही इस फर्जीवाड़ा को दबाने के लिए कम्पनी के गुर्गे स्थानीय जनजातिय वर्ग के लोगो के खिलाफ झूठे मामले भी थाने में दर्ज करा कर,उन्हें प्रताड़ित कर रही है। इस शिकायत को संज्ञान में लेते हुए आयोग के सदस्य अनन्त नायक ने इस मामले की सुनवाई के लिए मामले से जुड़े अधिकारियों के साथ शिकायतकर्ता गणेश राम भगत को सुनवाई के लिए दिल्ली बुलाया है। आयोग की इस कार्रवाई पर लोगो की नजर टिकी हुई है।
*जिले में भी हो चुका है आमना सामना*
जानकारी के लिए बता दें कि जनजातिय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत और बॉक्साइट उद्योग के बड़े उद्योग माँ कुदरगढ़ी के बीच बीते साल से जशपुर जिले के कांसाबेल के टाँगरगांव में प्रस्तावित स्टील प्लांट मामले को लेकर आमने सामने आ चुके है। जनजातिय सुरक्षा मंच के लगातार धरना प्रदर्शन की वजह से जिला प्रशासन को प्लांट स्थापित करने के लिए आयोजित जन सुनवाई को स्थगित करना पड़ा था। यह सुनवाई अब तक अधर में लटकी हुई है। देखना होगा,सिलसिला प्लांट मामले को ले कर राष्ट्रीय जनजातिय सुरक्षा आयोग का क्या निर्णय आता है। इस निर्णय का दूरगामी परिणाम की संभावना जताई जा रही है।

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