कोतबा,जशपुर :-सोमवार को जनपद पंचायत पत्थलगांव के सभागार गृह में बिहान योजना से जुड़ी महिलाओं का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था।
जिसमें महिलाओं को आत्मनिर्भर और प्रोत्साहन के लिये मुख्यअतिथि के रूप में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महामंत्री और जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आरती सिंह शामिल हुई.
इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में जनपद अध्यक्ष सुकृत सिंह,वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कुलविंदर भाटिया,जनपद सदस्य मुकेश पैंकरा,मुरली यादव,वरिष्ठ पार्षद सुनील शर्मा सहित अन्य लोग शामिल हुये।
मुख्य अतिथि सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों को बिहान योजना से जुड़ी महिलाओं ने भावविभोर होकर आत्मीयता से गीत गाकर स्वागत किया।
महिलाओं ने सरकार की योजनाओं के बारे में अतिथियों को बारीकी से जानकारी देकर बताया कि इस योजना के क्रियान्वयन से वो किस तरह आत्मनिर्भर बन रही है.उन्होंने कहा कि वे मामूली आय और सरकार से मिले सहयोग से आज करोड़ो रूपये से रोजगार कर रही है।
इसके साथ ही अन्य गरीब महिलाओं को स्वालम्बन से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही है।
महिलाओं की बातों को सुनकर प्रभावित होकर महामंत्री श्रीमती आरती सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं को आर्थिक रूप से संपन्न करने के लिए बिहान योजना से जोड़कर रोजगार मूलक कार्य उपलब्ध करा रही है। इस योजना ने ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी बदल दी है। साथ ही स्व सहायता समूह के रूप में संगाठित कर उन्हें क्षमतावर्धन आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार प्रदान किया जा रहा है। आज महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना से जुड़कर स्वरोजगार की ओर अग्रसर होकर अपने सपने को साकार कर रही हैं।
ब्लाक मुख्यालय के ग्राम पंचायत तमता,सुरेशपुर,पतराटोली सहित विभिन्न क्लस्टरों से पहुँची महिलाओं को जनपद अध्यक्ष सुकृत सिंह ने भी संबोधित किया.श्री सिंह ने स्वालम्बन योजना के साथ साथ गांवों मे अवैध शराबबंदी को लेकर बातें कही.उनका कहना था कि शराबखोरी से हर वर्ग परेशान है.इससे नुकशान के बजाय कुछ भी नही.इसीलिये इस पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
कांग्रेसी नेता कुलविंदर सिंह भाटिया ने भी महिलाओं के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीवगांधी जी के सपने साकार होते दिख रहे है।
उन्होंने इन महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए बिहान योजना के माध्यम से समूह से जुड़ी महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक रूप से अलग पहचान बनाने के लिए घर-घर संपर्क कर आजीविका के स्रोत से महिलाओं को परिचय कराकर ब्लाक लेवल के अधिकारियों का भी सहयोग प्रदान होने की बात कही।