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*ब्रेकिंग:- परिजनों की उड़ी नींद, मानव तस्करों ने जशपुर जिले के एक दर्जन मजदूरों को पुणे में बेच दिया, कम्पनी से पैसे लेकर दलाल हो गए फरार, नहीं मिल रहा नियमित भोजन, मजदूर पीने के पानी को भी हो रहे मोहताज, कम्पनी का कहना है पहले दलाल पैसे लौटाएं तब छोड़ा जाएगा मजदूरों को…….*

कोतबा/जशपुर। कोतबा पुलिस चौकी क्षेत्र के एक दर्जन मजदूरों के परिजनों ने मानव तस्करी के नए मामले उजागर करते हुए तत्काल कार्यवाही एंव मदद की गुहार लगाई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि दलालों के बहकावे में आकर काम करने गये लोगों को बंधक बनाकर मजदूरी कराया जा रहा है और नियमित भोजन नहीं देने सहित उन्हें प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाते हुये उन्हें सकुशल वापस लाने तथा बहकाकर ले जाने वाले आरोपियों पर कार्यवाही किये जाने की गुहार लगाई है।

मामला कोतबा पुलिस चौकी क्षेत्र के बनगाँव (के) और कर्राबेवरा और खजरीढाब का है। मामले को लेकर चौकी प्रभारी सीपी त्रिपाठी ने ग्राउंडजीरो ई न्यूज को बताया कि परिजनों के द्वारा शिकायत प्राप्त हुई है। जिसकी बारीकी से जांच की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बनगाँव(के), कर्राबेवरा, के एक दर्जन परिवार के लोगों का आरोप है कि उनके घर लड़को सहित घर के मुखिया लोगों को दो माह पूर्व ग्राम पंचायत खजरीढाब के पूर्व सरपंच मधुचरण सिदार और ग्राम पंचायत सुरंगपानी निवासी भोज यादव के द्वारा अच्छे काम और कम समय मे अधिक रुपये पाने का प्रलोभन देकर पुणे ले जाकर बेच दिया गया है। उसके एवज में कंपनी से रुपये लेकर वहां से भाग आये है।परिजनों का आरोप है कि मजदूरी करने गये लोगों को कंपनी की ओर से नियमित भोजन पानी भी नहीं दिया जा रहा है.और उन्हें कहीं आने जाने भी नही दिया जा रहा है.इन दो माह में कुछ मजदूर अपने परिजनों से दूरभाष पर बात किये तब इसका पता चला कि काम करने गये मजदूरों से इस तरह से भूख में रखकर बंधक बनाकर काम लिया जा रहा है।जिससे वे मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रहे है।
*कंपनी ने कहा दलालों को लेकर आओ और मजदूरों को ले जाओ*
परिजनों का कहना है कि उनके द्वारा कंपनी के किसी व्यक्ति से बात किया गया था, तो उनका साफ कहना है कि जिन लोगों के द्वारा इन मजदूरों को कंपनी में काम करने लाया गया है.उनके द्वारा इनके एक वर्ष का मेहताना रुपया ले लिया गया है। जब तक उन रुपयों का हिसाब नही होता उन्हें जाने नहीं दिया जायेगा.या फिर जिन लोगों के द्वारा यहां लाया गया है. उन्हें यहां आकर लिये गये रुपये को अदायगी करनी पड़ेगी तब उन्हें छोड़ा जायेगा।
परिजनों ने अपने लिखित में दिये आवेदन में बताया है कि पूर्व सरपंच मधुचरण सिदार और भोज यादव के पास बार बार मिलने जाते है.और अपने परिवार वालों को लाने की बात करते है.उसके बाद भी परिजनों को टालमटोल का जवाब देकर भगा दिया जाता है।परिजनों ने अपने परिवार के सदस्यों को छुड़ाने के साथ ही इन दोनों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की है।अब मामला पुलिस तक आने के बाद पुलिस कार्यवाही की बात कर रही है.लेकिन देखना होगा आगे पुलिस की क्या कार्यवाही रहेगी।
*ये मजदूर बने है बंधक*
रोशन पैंकरा पिता अर्जुनसिंह 21वर्ष,राजकुमार पिता श्रीराम उम्र 23,भोज पैंकरा पिता बंशीधर 24 वर्ष, सुनील पिता अधुराम 30 वर्ष,हेमसागर पिता देवचन्द्र पैंकरा 24 वर्ष,फूलसिंह पिता सुंदर साय 40 वर्ष,तेजकुमार पिता जगनराम 25 वर्ष,लक्षमण पिता जगेश्वर 21 वर्ष,चंद्रशेखर पिता चंदू 21 वर्ष,बेंनुधर पिता राजाराम 23 वर्ष,डुलेश्वर 25 वर्ष,खुलेश्वर पिता सम्पतिराम 22 वर्ष,लालजीत पिता जिधन राम 35 वर्ष,हैं जो ग्राम पंचायत बनगाँव (के) और ग्राम पंचायत कर्राबेवरा से है।

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