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*ब्रेकिंग:- पुलिस की प्रताड़ना और धमकी के भय से युवक ने कर ली आत्महत्या, मृतक के पिता ने आरक्षक पर लगाये गंभीर आरोप, कहा इन्हीं लोगों ने मेरे बेटे को मारा है, पैसा और गाड़ी के डिमांड से था परेशान, मरने से पहले परिजनों को दी यह जानकारी, पिता के साथ शिकायत लेकर थाने पहुंचे ग्रामीण….*

पंडरापाठ/जशपुर। जिले में पदस्थ एक आरक्षक बसन्त के ऊपर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप मृतक के पिता ने लगाया है। प्रार्थी अजय गुप्ता ने पंडरापाठ पुलिस चौकी प्रभारी सहित एसपी व आला अधिकारियों को ज्ञापन शिकायत देते हुए बताया कि मेरे पुत्र की मौत जहर सेवन से हुई जिसके लिए आरक्षक बसन्त सहित अन्य सहयोगी ही जिम्मेदार है।

मेरा पुत्र परमानन्द बगीचा निवासी एक युवती से प्रेम करता था तथा उस युवती के द्वारा महंगा सामान एवं जेवर वगैरह के लिए बार बार कहा जाता था, जिससे युवती को महंगा मोबाईल के साथ जेवर एवं उस युवती के खाते में रुपये भी जमा किया था। जिसकी जानकारी होने के पश्चात उस लड़की से न मिलने को कहा गया था एवं 08.09.2021 को परमानंद के द्वारा मोबाईल उस लड़की से वापस मांग लाया था तथा जेवर भी वापस करने को कहा था। दिनांक 09.09.2021 को समय लगभग 2 बजे बगीचा गया था तथा उसी दौरान जेवर लेने उस लड़की के पास गया उसी समय लड़की की माता गीता जायसवाल एवं पंडरापाठ आरक्षक बसंत के द्वारा नहीकोना रोड में नहर किनारे परमानन्द को रोककर कहा कि तुम यहाँ ( गीता के यहां ) क्यो आते हो, बोलते हुवे गाली गलौज कर मारपीट करने के बाद संत आरक्षक ने कहा कि अगर तुम दुबारा दिखाई दिये तो तुमको गाडी सहित जेल में डाल दूंगा और जान से मार कर फेंक दूंगा और इसके बाद परमानन्द वहां से आ गया और रास्ते में अशोक जायसवाल एवं जयशंकर से मिला और बताया कि गीता जायसवाल एवं आरक्षक बसन्त मेरे को रास्ते में रोक कर गाड़ी एवं पैसे की डिमांड कर रहे हैं तथा मेरे साथ गाली गलौज और मार पोट भी किये हैं।
उसके पश्चात् परमानन्द के घर पहुचने से पहले आरक्षक बसंत के द्वारा परमानन्द के पिता अजय के पास फोन करके धमकी दिया कि अपना बेटा को समझाओ वरना अंजाम बुरा होगा और जेल में डाल दूंगा, नही तो जान से मार दूंगा। जब परमानन्द घर पंहुचा तब अपने भाचा रितेश को फोन कर जानकारी दिया कि उसने जहर पी लिया है, जिसकी जानकारी तुरंत रितेश के द्वारा अजय को दिया गया। जिसके पश्चात् अजय के द्वारा तुरंत निजी वाहन से बगीचा अस्पताल लेकर आया जहाँ से तुरंत अम्बिकापुर अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उसका इलाज के दौरान फुआ से बताया कि गीता जायसवाल एवं आरक्षक बसंत सिंह के द्वारा मारपीट एवं गाली गलौज तथा पैसा एवं गाडीका डिमांड कर प्रताडित करने के कारण एंव डर से जहर पी लिया। जिसका इलाज के दौरान दिनांक 11/09/2021 को मृत्यु हो गया। गीता जायसवाल एवं पंडरापाट आरक्षक बसंत के कृत्य से शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताडित होने एवं भयप्रद होने के कारण जहर सेवन से मृत्यु हुवा है।
प्रार्थी ने मांग की है कि उक्त व्यक्ति के विरुद्ध उचित एवं कठोर कार्यवाही किया जाए।

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