जशपुरनगर,कोतबा:-जिले में मुख्यमंत्री जतन योजना के तहत बनाये जा रहे निर्माण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं.घटिया और बेहद ही स्तरहीन कार्य किये जाने से ढलाई के बाद छत से पानी टपक रहा हैं. निर्माण कार्य इतना स्तरहीन है कि पहली बारिश में ढलाई किये गए छत से गिट्टी और रेत अलग अलग हो गये हैं।विभागीय अधिकारियों की सांठगांठ के कारण ठेकेदारों के द्वारा इस तरह से घटिया सामग्री स्तेमाल कर शासन के रुपयों को बंदरबाट किया जाने का मामला उजागर हुआ हैं।
मामला पत्थलगांव ब्लॉक के ग्राम पंचायत बुलड़ेगा के हाईस्कूल का है।यहाँ मरम्मत और जीर्णोद्धार कार्य के लिये प्रशासन ने 10 दस लाख रुपये स्वीकृत किये हैं।जिसका देखरेख ग्रामिणी सेवा यांत्रिकी विभाग कर रहा हैं।
प्रदेश के स्कूलों को बेहतर और आकर्षक बनाने व विद्यार्थियों को बेहतर माहौल देने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना शुरू की है।
इस योजना के तहत प्रदेश भर में 29162 शालाओं की प्रविष्टि हुई है.जिसकी लागत 2133.60 करोड़ रुपये हैं।इस योजना के तहत स्कूल भवनों की मरम्मत और जीर्णोद्धार कार्य किये जाने प्रस्तावित है।
*इस तरह उजागर हुआ घटिया निर्माण का मामला,शिक्षकों में रोष..!*
बताया जा रहा है कि सरस्वती साइकिल वितरण योजना में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद पंचायत पत्थलगांव के अध्यक्ष सुकृत सिंह सिदार सहित अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुये थे.कार्यक्रम के पश्चात स्कूल का निरीक्षण किया गया इस दौरान अध्ययनरत बालक बालिकाओं ने छत से पानी टपकने की शिकायत की जिसके बाद इस कार्य का जायजा लिया गया.इस दौरान देखा गया कि छत का ढलाई कार्य पुरा कर लिया गया है.जो पहली ही बारिश में उखड़ गये हैं. जनप्रतिनिधियों ने जब पैरों से ढलाई को रगड़ा तो वह साथ में ही उखड़कर निकल जा रहा था.घटिया और स्तरहीन कार्य को देखकर शिक्षकों ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए इसके पुनः नवनिर्माण करने की बात कही.बताया जा रहा है कि जिस तरह ढलाई का कार्य किया गया है उसमें सीमेंट की मात्रा बिल्कुल कम लगाया गया है।
जनपद अध्यक्ष सुकृत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जतन योजना छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना है इस योजना के तहत प्रदेश भर के स्कूल भवनों का गुणवत्तापूर्ण कायाकल्प किया जाना है।योजना के तहत स्कूलों के छतों को सुधार, टाईल्स, दीवारों में रंग रोगन,शौचालय की रिपेयरिंग के साथ ही स्कूलों के रंगाई का कार्य किया जाना है.जिससे स्कूल भवन देखने मे आकर्षक नजर आए जिससे बच्चों को बेहतर परिवेश में सुविधाएं के साथ ही सुरक्षित वातावरण अध्यापन कार्य कर सकें।
*भ्रष्टाचार करने छुट्टी के दिन कराया ढलाई कार्य..!*
शिक्षकों ने बताया कि रविवार को छुट्टी शासकीय छुट्टी होने के दिन यह ढलाई कार्य कराया गया हैं. ताकि गुणवत्ताहीन कार्य किया जा सके।
संस्था के प्राचार्य गणेश चौधरी ने घटिया निर्माण किये जाने मामले में कहा कि बेहद घटिया निर्माण कार्य कराया गया है.जो पहली बारिश में ही उखड़ गए है.और स्कूल के कमरों में पानी का रिसाव हो रहा हैं वे इस कार्य से बिल्कुल ही संतुष्ठ नहीं है.