जशपुरनगर। जशपुर स्वास्थ्य विभाग में 12 करोड़ के शर्मनाक घोटाला के उजागर होने के बावजूद कोरवाओं की मृत्यु पर प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है की प्रशासनिक चुप्पी दर्शाती है कि प्रशासन का उद्देश्य लूट खसोट के अलावा कुछ भी नहीं रह गया है। जनता मरती है तो मरे। उन्होंने मौत को इलाज के अभाव में मौत बताया है। प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा है कि पहाड़ी कोरवाओं का उल्टी दस्त से इलाज के अभाव में मृत्यु प्रशासनिक लापरवाही की पराकाष्ठा है। कांग्रेसी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की चिंता छोड़ें भूपेश जी और अपना घर सम्हालें। जशपुर जिले के तीनों विधायकों को भी उन्होंने आड़े हाथ लिया और कहा कि
कहां हैं जनता के शुभचिंतक जनप्रतिनिधि विधायक त्रय। अगर उद्घाटन समारोह से फुर्सत मिल जाए तो थोड़ी जनता की भी चिंता कर लें कृपा होगी।
उल्लेखनीय है कि आज ही बगीचा विकासखंड के सरधा पाठ ग्राम में 3 से अधिक पहाड़ी कौरवों की उल्टी दस्त से मौत की खबर सामने आई है। उल्लेखनीय है कि कोरवा जनजाति अत्यंत संवेदनशील जनजाति है जिन्हें राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र के रूप में संबोधित किया जाता है।
विभिन्न कारणों से कई बार पहाड़ी कोरवाओं के मौत की खबर सामने आती है, जो पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन जाता है। पहाड़ी कोरवाओ की मौत से जिले की राजनीति एक बार फिर उफान पर है। वहीं प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने इसे जसपुर जिला मुख्यालय के अस्पताल में 12 करोड़ के घोटाले से जोड़कर एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग के घोटाले को उजागर किया है। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ विभाग के घोटाले में 1 दर्जन से अधिक लोगों को दोषी पाया गया था जिनके विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। प्रबल इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए भूपेश सरकार को जिले में व्याप्त भ्रष्टाचार व मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराया है।