जशपुरनगर। कांग्रेस एक रूप आज जशपुर जिला मुख्यालय में ऐसे समय मे सामने आया जब अंदरूनी कलह कार्यकर्ताओं के दिलों में कहीं दर्द तो कहीं द्वेष के उफान पर थी। काँग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सप्तगिरि शंकर उल्का की मौजूदगी में जशपुर के कम्युनिटी हॉल में चल रहे काँग्रेस सम्मेलन में हंगामे की सीधी तस्वीर सामने आ गयी है। जिले में कांग्रेस को तीनों सीट दिलाने का जिनको श्रेय दिया जाता है, उन्हीं की इज्जत को तार-तार कर दिया गया। इस तस्वीर में मंच पर भाषण दे रहे काँग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष पवन अग्रवाल के साथ किस तरह धक्का मुक्की और मंच पर हंगामा हुआ वीडियो में सब साफ दिख रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक यह विवाद वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टी एस सिंह देव के मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर बने दो गुटों के बीच अंदरूनी द्वेष का फाइनल मैच था। विपक्षियों के लिये यह घटना अप्रत्याशित नहीं थी।
इस घटना के बाद पूर्व जिलाध्यक्ष पवन अग्रवाल ने बताया कि पहले तो उन्हें यह बोलकर माईक पकड़ने से भी मना किया जाता रहा कि केवल कार्यकर्ता बोलेंगे लेकिन जब उन्हें मच पर किसी तरह बोलने का मौका मिला और जब उन्होंने काँग्रेस को जशपुर में जीत कैसे मिली, एक एक कार्यकर्ताओ को कैसे जोड़ा गया और प्रदेश के स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव की जीत में कितनी बड़ी भूमिका रही, बताई तो उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया।
उल्लेखनीय है कि टी एस सिंह देव पूर्व चुनाव में सबसे पहले पत्रकारों से रूबरू होकर जिले की स्थिति का उन्होंने जायजा लिया था और सबसे पहले पत्रकारों से उन्होंने मुलाकात की थी। जिले के अधिकारियों और पत्रकारों के बीच उत्पन्न तनाव पर सिंह देव ने कहा था कि अगर उनकी सरकार आई तो ऐसे सारे अधिकारियों को वे तत्काल जिले से हटाएंगे सर 15 दिन के अंदर उन्होंने कर दिखाया था। लेकिन इसके बाद टीएस सिंह देव को ही जसपुर जिले की राजनीति से लगभग दरकिनार कर दिया गया।
इसके बाद कांग्रेस की स्थिति यह बनी कि जहां विधायकों की मीडिया से दूरी बनती गई, वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता भी पार्टी से किनारा करने लगे। विधायकों की मीडिया से दूरी सार्वजनिक है। खबर यह भी है कि जिले में कांग्रेस की स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्य्क्ष के जशपुर आगमन पर प्रचार प्रसार के पैसे का भी भुगतान नहीं किया गया। जिससे कांग्रेस की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बहरहाल इस घटना से कांग्रेस की जमीनी हकीकत सार्वजनिक हो गई है। और भाजपाई भी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के समर्थन में सहानुभूति जता रहे हैं और सोशल मीडिया में अपनी भड़ास निकाले जा रहे हैं। खबर है भैया की घटना को लेकर पत्थलगांव में पुतला दहन की भी तैयारी की जा रही है।