जशपुरनगर:- ग्राउंड जीरो ई न्यूज डेस्क। फुड प्वाइजनिंग का शिकार हुआ युवक,शिकायत दर्ज कराने के लिए तहसील मुख्यालय में दर दर भटकता रहा। अधिकारी,उसकी शिकायत सुनने की जगह टालमटोल करते रहे। मामला,बगीचा का है। बगडोल निवासी पीड़ित दीपक साय पिता हीरा साय ने बताया कि वह शनिवार 15 अक्टूबर को बगीचा के स्थानीय दुकान से एक पैकेट सोनपापड़ी खरीद कर खाया था। इसके खाने के कुछ ही देर के बाद उसे उल्टीयां होने लगी और बेचैनी बढ़ गई। बगीचा के सामुदायिक अस्पताल में जांच कराएं जाने पर चिकित्सकों ने फुट प्वाइजनिंग का मामला बताते हुए,इलाज शुरू किया। इस पर उन्होनें दुकान से खरीदे गए सोनपापड़ी के पैकेट की एक्सपायरी तिथि पर गौर किया तो वह दो दिन पहले ही कालातीत हो चुकी थी। इलाज लेने के बाद दीपक साय,इस मामले की शिकायत करने के लिए बगीचा पुलिस थाना पहुंचें। यहां मामला,फुड विभाग से संबंधित होने की बात कहते हुए,उन्हें उल्टे पैर लौटा दिया गया। इसके बाद उन्होनें अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से भी शिकायत करने का प्रयास किया,लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई।
त्यौहारी सीजन में सुस्त पड़ा प्रशासन —
दशहरा के बाद इन दिनों दीपावली का उत्साह धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है। इससे बाजार में भी रौनक बढ़ रही है। सामानों की खरीदी के साथ बाजार में खाद्य पदार्थ,खासकर पैकेट बंद वस्तुओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। आने वाले दिनों में मिठाईयों की मांग बढ़ना भी तय है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने दुकानों का निरीक्षण कर,खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांचनें की कार्रवाई करने का निर्देश दिया हुआ है। लेकिन सामान्य प्रशासन और खाद्य सुरक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी,गहरी नींद में गाफिल हैं। नतीजा,फुट प्वाइजनिंग का खतरा,पूरे जिले में मंडरा रहा है।
मिठाई के लिए भी जारी किया गया गाइड लाइन —
जानकारी के लिए बता दें कि केन्द्र सरकार ने खाद्य सुरक्षा के लिए हाल ही में जारी किए गए गाइडलाइन में होटलों में तैयार होने वाली मिठाईयों के बनाने और अधिकतम उपयोग की तिथि होटल व दुकानों में प्रदर्शित करना अनिवार्य किया है। ताकि ग्राहकों को खराब मिठाई न परोसा जा सके। लेकिन,प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से,ग्राहकों के स्वास्थ्य और जान से खिलवाड़ का खुला खेल चल रहा है।
ग्राउंड जीरे ई न्यूज की अपील —
त्यौहर के सीजन में ग्राउंड जीरों अपने पाठकों से अपील करता है कि
— पैकेट और डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ लेते के दौरान,उत्पादन और एक्सपायरी डेट की जांच जरूर करें। कालातीत पैकेट किसी भी स्थिति में न खरीदें।
— मिष्ठान खरीदने के दौरान होटल या दुकानदार से उसे बनाने की तारीख जरूर पूछे।
— एक्सपायरी डेट पैकेट या डिब्बा मिलने पर,इसकी शिकायत समीप के एसडीएम,तहसीलदार,नायब तहसीलदार,खाद्य शाखा में जरूर दर्ज कराएं।
— सोने और चांदी के समान खरीदने के दौरान हालमार्क की जांच करें और बिना बिल का कोई भी समान न खरीदें।
— उपभोक्ता वस्तु यथा टीवी,फ्रीज,एसी की खरीददारी के दौरान बिल के साथ गारंटी,वारंटी कार्ड में खरीदी की तारीख सहित सभी आवश्यक जानकारी कार्ड में दर्ज कराने के साथ,संबंधित दुकान की मुहर अवश्य लगवाएं।
वर्जन-
अभी मैं आवश्यक काम से बाहर हूँ। वापस आ कर पूरी जानकारी दे पाऊंगा। एक्सपायरी डेट वाले खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानि कारक होते है,सभी को सावधानी बरतनी चाहिए।
आरएन दुबे,बीएमओ,बगीचा।