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*BREKING NEWS:-झोलाछाप डॉक्टरों पर कसें शिकंजा,अज्ञानता में ले रहे.. “लोगों की जान,धन्वंतरी व प्राइवेट मेडिकल के सामने लगे दवाइयों का रेट लिस्ट,डॉ.के पर्ची मुताबिक हो दवाओं की विक्री,अन्य फार्मूले की दवा विक्रय पर लगे प्रतिबंध,.. डॉ. हरिशंकर राय,.. “कहा सरकार के निर्धारित दर पर नहीं मिल रही है लोगों को दवाइयां,कार्यवाही के लिये कलेक्टर सहित इनके नाम लिखा पत्र..!*

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जशपुरनगर:-सेवानिवृत्त वरिष्ठ चिकित्सक व जिला अध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ठ डॉ.हरिशंकर राय ने झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही व धनवंतरी सहित प्राइवेट मेडिकल स्टोरों के सामने दवाओं के नाम सहित रेट दर्शाने के लिये कलेक्टर डॉ.रवि मित्तल,ओषधि निरीक्षक सहित डॉ राकेश गुप्ता चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी रायपुर को पत्र लिखा हैं।

सेवानिवृत्त डॉ. हरिवंशराय के मुताबिक जहां झोलाछाप डॉक्टरों के उपचार से उनकी अज्ञानता के कारण बेकसूर लोगों की जानें जा रहीं हैं. तो वहीं सरकार के निर्देशों पर संचालित धनवंतरी मेडिकल प्राइवेट मेडिकल के सामने दवाओं के लिस्ट जारी करने को कहा है.उनका कहना है कि सरकार के 70% छूट का लाभ रोगियों को नहीं मिल रहा है.बल्कि उन्हें अन्य फार्मूले के दवाओं को अधिक दर पर दिया जा रहा है.जिससे उन्हें जानमाल के साथ आर्थिक नुकशान उठाना पड़ रहा है।
विदित हो कि जशपुर के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ हरिशंकर राय 85 वर्ष की अवस्था मे भी सामाजिक एवम राजनीतिक कार्यों में सक्रिय रहते हैं उनकी पहचान आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में भी प्रदेश में स्थापित है उनकी इस उम्र में सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें अपने चिकित्सा प्रकोष्ठ का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया है अपनी नियुक्ति के तत्काल बाद ही उन्होंने इन गम्भीर विषयों की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है उनका कहना है कि मै जीवन के इस अंतिम पड़ाव में जिले में रहने वाले गरीब आदिवासियों को सस्ता चिकित्सा एवम सुविधा दिलाने का प्रयास करूंगा क्योंकि मेरे जीवन का लक्ष्य है नर सेवा ही नारायण सेवा है।

अपने पत्र में उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि उपरोक्त विषय सीधे मानव के जीवन से संबंधित है।

इसलिए इन सबका जिम्मेदारी बनती है. कि छत्तीसगढ़ शासन से निर्धारित दर में रोगियों को दवाई उपलब्ध करावें । दवाई लेने वाले को यह मालूम नहीं रहता है कि कौन सी दवाई कितने का है । इस लिये धन्वतरी मेडिकल में मिलने वाले दवाई का टी.व्ही . में बताये अनुसार 70 प्रतिशत छूट मिलता है । इस लिये धन्वन्तरी मेडिकल स्टोर के सामने दवाई की दर का बोर्ड लगा रहे , जिससे लोगों को दवाई की दर मालूम चल सके ।

उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टोर वाले नारकोटिक दवाई डॉक्टर के पर्ची बिना अपने मर्जी से न देवें। नारकोटिक दवाई जो उनके पास हो उसका रजिस्टर में सन्धारण करें एवं जांच के समय में दिखाये यह जिम्मेदारी आपकी बनती है ।

मेडिकल स्टोर वाले चना मुर्रा जैसे अपने मर्जी से दवाई बेचते हैं । यह भारत के संविधान के विपरीत है । अपने मर्जी से जो दवाई देते हैं , जिसके कारण किसी का एकलौता बेटा , किसी का सुहाग उजड़ जायेगा तो ये उसको वापस कर पायेंगे?? नहीं इस पर बन्दिश लगना अत्यन्त जरूरी है।

उन्होंने इस संबंध में उदाहरण पेश करते हुये बताया है कि यहां के एक एडवोकेट के पत्नि से संबंधित है।
उसका उपचार रांची में चल रहा था.वहां के डॉक्टर द्वारा बहुत ज्यादा दर्द नाशक दवाई दिये जिससे उसके दोनो किडनी फेल हो गया और उसे मुंबई के अस्पताल में दिखाने के लिए गये तो यहां के डॉक्टर द्वारा बताया कि जो दवाई दी गयी थी.वह अधिक पावर की थी , जिससे किडनी फेल हो गया और उसका वहां स्वर्गवास हो गया । एडवोकेट साहब के बच्चे अपनी मां से अनाथ हो गए उनके उपर क्या गुजरता होगा , उसको व्यक्त करना कठिन है । इसी तरह झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा भी बिना ज्ञान के ईलाज किये जाने पर मौत हो रही।

इस पर रोक लगाने की जिम्मेदारी हम सब लोगों की है । इनके खिलाफ प्रकरण बनाईये और अपने उच्च अधिकारियों एवं माननीय कलेक्टर को लिखकर देवें । जिससे इनके विरूद्ध कार्यवाही हो सके । मैं बहुत जल्दी पूरे जिले के चिकित्सालयों को देखने जाउंगा उस समय इस बातों पर ध्यान केन्द्रित करूंगा कि आप अपने निरीक्षण में क्या किये । आप अपने निरीक्षण के रिपोर्ट अपने अधिकारियों एवं कलेक्टर जशपुर और मुझे भी अवगत कराने की कृपा करेंगे ।

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