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*सरोकार:– छिंद कांसा से बना रहे सुंदर टोकरियां, राजधानी से लेकर अन्य राज्यों में हो रही है इनकी मांग, स्व सहायता समूह के महिलाएं हो रही हैं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर, इनको दिया गया प्रमाण पत्र………………..*

 

कांसाबेल।जिले के स्व सहायता समूह के महिलाएं अब स्वरोजगार स्थापित कर आर्थिक रूप आमदनी आय कर आत्मनिर्भर हो रहे हैं।राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत बिहान योजना से जुड़कर ग्रामीण स्तर के महिलाएं दिनों दिन अब स्व रोजगार स्थापित कर अनेक कला कृत्यों का निर्माण कर मार्केट में अच्छे दाम में अपनी समान बेच कर लाखो की आमदनी कर रहे हैं।जिले के कांसाबेल तहसील के ग्राम पंचायत कोटानपानी शब्दमुंडा के दर्जनों महिला समूह का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ जिसमें 20–20 महिलाओं ने प्रशिक्षण शिविर में शामिल होकर छिंद कांसा शिल्प प्रशिक्षण का लाभ लिया।इस प्रशिक्षण के बाद प्रबंधक छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड जशपुर के अधिकारी राजेंद्र रजवाड़े द्वारा इस प्रशिक्षण में शामिल हुए महिलाओं को प्रमाण पत्र देकर उन्हें इस योजना के तहत उन्हें लाभ लेने के लिए प्रेरित किया गया।उन्होंने बताया की राष्ट्रीय आजीविका मिशन योजना के तहत ग्रामीण इलाको में महिलाओं को आर्थिक रूप से शसक्त बनाने के लिए उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में निजी उद्योग कर आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं,जिसके लिए शासन द्वारा उन्हें पूंजी के तौर पर उन्हें सस्ते दर पर काम ब्याज में लोन देकर उन्हें आर्थिक रूप से मदद कर रही है।इस प्रशिक्षण शिविर में महिलाओं को अनेक क्षेत्रों में उन्हें आमदनी को लेकर कई कला कृतियों का निर्माण के लिए जानकारी दी गई ।राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत कांसाबेल जनपद के बीपीएम कमलेश श्रीवास ने बताया की कांसाबेल तहसील अंतर्गत एक हजार से भी अधिक महिला समूह गठित किया है,जिनके अनेक क्षेत्र में उन्हें रोजगार स्थापित कर आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे है,जिन्हें सतत रूप से इन महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।इस मौके पर ग्राम सरपंच श्रीमती धनमती पैकरा, सचिव मनोज कुमार वैष्णव ,गुरुबल राम भगत,सिरबल राम भगत,मून साय राम,सुजीत राम भगत ,वैकुंड साय पैकरा, जगत्रिओ साय ,विजित साय,भवर राम भगत,कमलेश्वर राम भगत सहित ग्रामीण मौजूद रहे।

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