कांसाबेल। विकास खंड स्तरीय कबाड़ से जुगाड कार्यक्रम का बुधवार को आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनपद पंचायत उपाध्यक्ष कुलवंत सिंह भाटिया मौजूद रहे,उन्होंने इस कार्यशाला को ग्रामीण प्रतिभाओं की खोज एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करने की अभिनव पहल बताया।प्राथमिक माध्यमिक के बच्चों ने अपना कला दिखाकर कौशल का जौहर किया। समग्र शिक्षा कार्यक्रम के तहत इन दिनों जिला के सभी विकास खंडों में कबाड़ से जुगाड कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है ।इस अभियान के अंतर्गत कबाड़ अनुपयोगी हो चुके वस्तुओं को एकत्र कर उपयोगी एवम पठन पाठन के लिए सहायक शिक्षण सामग्री बनाने पर जोर दिया जा रहा है।इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण अंचलों में अध्ध्ययन् रत विद्यार्थियों मे अंतर्निहित प्रतिभा की खोज करना एवम स्थानीय परिवेश के अनुरूप पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ वैज्ञानिक नजरिए से सोच विकसित करना है। इन्ही उद्देश्यों को लेकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी संजीव सिंह के कुशल मार्गदर्शन में मुख्यालय में विकासखंड स्तरीय कबाड़ से जुगाड कार्यशाला का आयोजन किया गया।शून्य निवेश नवाचारी शिक्षा के अवधारणा के अंतर्गत सभी स्तर के बच्चों ने वैज्ञानिक प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए विज्ञान,गणित और पर्यावरण से संबंधित विविध आकर्षक,ज्ञानवर्धक मॉडलों का प्रस्तुतिकरण किए। विकास खंड के सभी संकुलों से चयनित सभी स्तर के प्रतिभागियों ने सहभागिता करते हुए अपनी अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किए।विकासखंड शिक्षा अधिकारी संजीव सिंह ने इस कार्यक्रम के बारे मे बताया कि इस अभियान का उद्देश्य बच्चों मे विज्ञान एवम गणित के लिए उत्सुकता और सृजनता की भावना का समावेश करना है।उन्होंने बच्चों की वैज्ञानिक प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण बाल प्रतिभाओं को एक बेहतर मंच देने के लिए सरकार बच्चों को राष्ट्रीय आविष्कार अभियान से जोड़ने जा रही है।इस अभियान के तहत गणित और विज्ञान विषयों मे रुचि रखने वाले बच्चों को आविष्कार करने के लिए प्रेरित करने के लिए सार्थक पहल किया जा रहा है। इस कार्यक्रम मे बच्चों के द्वारा विभिन्न उपयोगी मॉडल उनके बहुमुखी प्रतिभा और वैज्ञानिक नजरिए को प्रदर्शित करता है।इस मौके पर लेखापाल सुखी राम साहू सहित संकुल समन्वयक एवं प्रतिभागिगण उपस्थित रहे।
*विकासखंड स्तरीय कबाड़ से जुगाड कार्यक्रम का हुआ आयोजन, ग्रामीण प्रतिभाओ की खोज एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करने की अभिनव पहल………………*
