दोकड़ा।सावन मास के अवसर पर यहां के बगिया मैनी तट पर स्थित श्री फलेश्वर महादेव मंदिर में 11 हजार पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर विशेष अनुष्ठान का आयोजित किया गया था। जिसका शुक्रवार को हवन पूजन के साथ समापन हुआ। तीन दिन तक चलने वाले इस अनुष्ठान में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय एवं उनके धर्मपत्नी कौशल्या साय ने विधिवत पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर वेदउच्चारणं के साथ रुद्राभिषेक किया।इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला, पुरूष श्रद्घालु शामिल हुए और पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर शिवलिंग का अभिषेक कर पूजन किया। पार्थिव शिवलिंग पूजा के महत्व की व्याख्या करते हुए पंडित कुमोदचंद्र सतपथी ने श्रीराम चरितमानस की चौपाई लिंग थापि विधिवत कर पूजा, शिव समान प्रिय मोहि न दूजा की व्याख्या करते हुए कहा कि भगवान राम की कृपा बिना शिवार्चन जैसे धार्मिक महत्व के अवसर प्राप्त नहीं होते हैं। भगवान श्री राम ने स्वयं दो बार पार्थिव शिवलिंग की पूजा अभिषेक एवं विसर्जन किया है। मानस में पहले गंगा पार करते समय पार्थिव शिवलिंग की पूजा का उल्लेख केवट प्रसंग के दौरान आया है। जबकि दूसरी बार पार्थिव शिवलिंग का निर्माण लंका विजय के लिए सेतुबंध रामेश्वरम में भगवान राम द्वारा किया गया था। पंडित कुमोद चन्द्र सतपथी ने पार्थिव पूजा की धार्मिक महत्व की जानकारी देते हुए बताया कि पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर अभिषेक कर विसर्जन करने से कुंडली के काल सर्प योग से छुटकारा मिल जाता है। इस पूजा पद्धति से विजय आरोग्य सुख शांति मन एवं शरीर की पवित्रता प्राप्त होती है।शुक्रवार के दिन इस पार्थिव शिवलिंग की पूजा आराधना हवन पूजन के साथ महाआरती कर समापन हुई तथा सभी भक्त एक साथ बैठकर महाप्रसाद ग्रहण किये।