Site icon Groundzeronews

*पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने लगाये गम्भीर आरोप,कहा ऐसे में कैसे विलुप्त होते जनजाति पहाड़ी कोरवाओं का होगा संरक्षण..? जांच के लिए जमीन दलाल गरीब पहाड़ी कोरवाओं को वाहनों में भर भर कर ला रहे तहसील कार्यालय,मामले में जिला प्रशासन करें जांच अन्यथा…..पढिये पूरी खबर।*

 

जशपुर:- इन दिनों जिले में पहाड़ी कोरवा जमीन सम्बंधित विवाद काफी बढ़ता हुआ दिखाई पड़ रहा है। जहां लगातार शिकायत भू-माफियों को लेकर आ रही है।आपको बता दें कि बिगत कुछ दिनों पहले पहाड़ी कोरवाओं की भूमि का भारी मात्रा में खरीद बिक्री के मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व केबिनेट मंत्री और अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक कद्दावर आदिवासी नेता गणेश राम भगत ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जनजाति आयोग भारत सरकार को पत्र के माध्यम से अवगत कराया था। जिसके बाद राष्ट्रीय जनजाति आयोग द्वारा तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए जशपुर जिला कलेक्टर को जांच हेतु निर्देशित करते हुए एक सप्ताह के अंदर जांच कर प्रतिवेदन मंगाया गया है। वहीं आदेश के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और तत्काल जिला प्रशासन ने स्थानीय तहसीलदार को जांच के लिए आदेशित किया है वहीं तहसीलदार द्वारा जांच भी शुरू की गई और कुछ ग्राम में जा कर ग्रामीणों के उपस्थिति में विलुप्त जनजाति पहाड़ी कोरवाओं का बयान भी लिया गया।

वहीं अब पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने गम्भीर आरोप लगाते हुये कहा कि जिन पहाड़ी कोरवाओं का जमीन खरीद बिक्री सम्बन्धी बयान हो चुका था उन्हें पुनः दोबारा भू-माफियों के द्वारा वाहनों में तहसील कार्यालय सन्ना में ला कर बयान कराने की आखिर जरूरत क्या आन पड़ी.?श्री भगत ने कहा कि जो गरीब, अशिक्षित, विलुप्त होते सीधे साधे पहाड़ी कोरवाओं को बरगला कर बेघर करने का षड्यंत्र भू माफियाओं द्वारा लागातार किया जा रहा है। उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिये। पहाड़ी कोरवाओं को इस तरीके से बार बार वाहनों में भर कर तहसील कार्यालय लाये जाने की भी सूचना की जिला प्रशासन निष्पक्ष जांच करे और दलालों पर भी तत्काल कार्यवाही नही करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी श्री भगत ने दी है ।

Exit mobile version