आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा तदनुसार बुधवार, दिनांक 13 जुलाई 2022 को वाराणसी के पड़ाव स्थित अघोर पीठ, श्री सर्वेश्वरी समूह संस्थान देवस्थानम्, अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम में गुरुपूर्णिमा पर्व श्रद्धा एवं भक्तिमय वातावरण में सादगी व सतर्कता के साथ मनाया गया। मनाने के क्रम में प्रातःकालीन साफ-सफाई व श्रमदान के पश्चात् लगभग 7 बजे से परमपूज्य अघोरेश्वर भगवान राम जी के चिरकालिक आसन का पूजन पूज्यपाद औघड़ गुरुपद संभव राम जी ने प्रारंभ किया। झारखण्ड के भूमि संरक्षण विभाग के निदेशक श्री सुभाष सिंह जी ने सर्वेश्वरी ध्वजोत्तोलन किया। तदुपरांत सफलयोनि का पाठ श्री पृथ्वीपाल जी ने किया। लगभग 7:45 बजे पूज्यपाद बाबा अपने शिष्यों एवं अनुयायियों के दर्शनार्थ आसन पर विराजमान हुए। हर-हर महादेव के जयघोष के साथ श्रद्धालुओं ने गुरु दर्शन-पूजन प्रारंभ किया जो लगभग 10:30 बजे तक अनवरत चलता रहा। तत्पश्चात दोपहर 12:30 बजे से प्रसाद प्रारंभ हुआ जो अनवरत 3 बजे तक चलता रहा।
उल्लेखनीय है कि विगत दो वर्षों से यह कार्यक्रम बहुत ही सिमित संख्या में श्रद्धालुओं के बीच मनाया गया, परन्तु इस वर्ष भक्तों को थोड़ी छूट दी गयी थी, जिसके फलस्वरूप लगभग पचास हजार भक्तों ने दर्शन का लाभ उठाया। इस वर्ष भी संस्था के दूरस्थ सदस्यों व शिष्यों को यह पर्व अपने-अपने स्थानीय आश्रमों, शाखा कार्यालयों एवं निवास स्थल पर ही मनाने का दिशा-निर्देश पूर्व में ही दे दिया गया था, क्योंकि संस्था द्वारा तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में प्रति वर्ष लाखों की संख्या में अपार जनसमूह यहाँ पर एकत्रित होता था।
गुरु पूजन व दर्शन हेतु स्वनुशाषित कतारबद्ध खड़े श्रद्धालुओं के लिए गर्मी को देखते हुए संस्था की तरफ से सिकंजी व शीतल जल की व्यवस्था की गयी थी। साथ ही आश्रम परिसर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के लिए मास्क की अनिवार्यता थी, जिस हेतु स्वयंसेवकों को शख्त निर्देश संस्था की तरफ से दिया गया था।