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*सामुदायिक शौचालयों में भारी लापरवाही: -,स्वच्छ भारत मिशन का नही हो रहा पालन,कहीं पड़े हैं आधे अधूरे तो कहीं कर दी रस्म अदायगी, नहीं मिल रही सुविधा जिले के दर्जनों शौचालय में महीनों से लटका है ताला ….पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट की खास रिपोर्ट*

 

 

(मुकेश नायक )

सिंगीबहार/जशपुर :- जिले में स्वच्छ भारत मिशन को लेकर अधिकारियों के सुस्त और गैरजिम्मेदाराना रवैया सामने आया है.जिले के फरसाबहार, कुनकुरी,बगीचा, सहित सभी विकास खण्ड अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन (SBM) के तहत सामुदायिक शौचालयों का निर्माण तो करा दिया गया है. परंतु इनका इस्तेमाल शुरू नहीं हुआ है। कुछ पंचायतों में शौचालय का काम कंप्लीट हो गया तो कुछ में एक साल बीत जाने के बाद भी काम अधूरा पड़ा हुआ है। इन्हें पूरा करने में किसी की कोई रुचि नहीं है।
ग्राम पंचायतो में सामुदायिक शौचालय तो बना दिये गये, शौचालय के अंदर का काम भी आधा-अधूरा है। टाइल्स एवं नल फिटिंग एवं दिव्यांग शौचालय का काम भी अधूरा पड़ा हुआ है। तो कही शौचालय को निर्माण कर ताला मार दिया गया है, वही शौचालय निर्माण के नाम पर बिना आवागमन बिना आबादी वाले एरिया में निर्माण कराए गए है । कई पंचायतों में मुख्य मार्ग होने दौरान यात्रियों को शौचालय नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अब ग्रामीणों ने ईसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की है।

दरअसल स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव-गांव में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है, ताकि सामाजिक आयोजनों पर या जिन घरों में शौचालय नहीं है ऐसे ग्रामीण सामुदायिक शौचालय का उपयोग करें, लेकिन पंचायतों के कर्ताधर्ता द्वारा सामुदायिक शौचालय के निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है।

ऐसा ही नजारा कई ग्राम पंचायतो में देखा गया, जहां पंचायत ने सामुदायिक शौचालय के नाम पर दीवारें बना दी और शौचालय में न तो टाइल्स लगाई है और न ही वाश बेसिन। यहां तक की सेप्टिक टैंक का निर्माण भी नहीं कराया और एक गड्ढा खोदकर शौचालय का कनेक्शन कर दिया गया। जिसका विरोध विपक्ष पार्टी एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की है।

तीन लाख से बनना है सामुदायिक शौचालय

जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत में साढ़े तीन लाख की लागत से सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जाना है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत सामुदायिक शौचालयों का निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत द्वारा कराया जाना है, लेकिन पंचायत द्वारा एवं विभागीय उच्चाधिकारीयों द्वारा निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है।

जिसकी वजह से सामुदायिक शौचालय ग्रामीणों के लिए किसी काम नहीं आ रहे हैं। हालात यह है कि पंचायतों की लापरवाही की वजह से आज भी ग्रामीण खुले में शौच जा रहे है। जिससे स्वच्छता मिशन की मंशा असफल हो रही है। वहीं गंदगी और बदबू से भी लोगों को परेशान होना पड़ता है।सामुदायिक शौचालय निर्माण में ग्राम पंचायत के द्वारा बरती गई लापरवाही की शिकायत ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से भी की है।

बड़ा दुखद विषय है कि,सामुदायिक शौचालय साल भर गुजरने बाद भी जिले के कई पंचायतों में अधुरा पडा है वही कई जगह ताले लटके हुए हैं। इस विषय मे स्वयं जा के पंचायतों में निरीक्षण करूँगा जरूरत पड़ने पर आंदोलन में भी बैठूंगा ।
गोपाल कश्यप
भाजपा युवा मोर्चा उपाध्यक्ष जशपुर

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