जशपुर नगर। कीनाराम परंपरा और अघोरेश्वर महाप्रभु के अनन्य शिष्य अवधूत समूह रत्न बाबा का पार्थिव शरीर,पंचतत्व में विलीन हो गया। उनका अंतिम संस्कार कीनाराम स्थल क्रीं कुंड आश्रम के पीठाधीश्वर गौतम बाबा और अघोर पथसे अघोर पदतक के सहयात्री प्रियदर्शी बाबा की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कुनकुरी में किया गया। भारी बारिश के बीच अघोर पद्धति और नियमों के अनुसार समूह रत्न बाबा को दोनों गुरुजनों की उपस्थिति में अंतिम विदाई दी गई। समूह रत्न जी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और उनके गृहराज्य बिहार से हजारों की संख्या बाबा के शिष्य और भक्त से कुनकुरी के महुवाटोली स्थित आश्रम पहुंचे थे।अघोरेश्वर के सबसे आखिरी मुड़िया साधु समूह रत्न बाबा को अंतिम विदाई देने दोनों संतों की उपस्थिति से अघोरेश्वर महाप्रभु के उपस्थिति की अवलोकिक अनुभूति हो रही थी।