सन्ना। सन्ना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम को लेकर आये दिन बन रही अप्रिय स्थिति ने अनन्त ग्रामीणों के सब्र का बांध तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग की बदइंतजामी से भड़के ग्रामीण अस्पताल के सामने सड़क में धरने में बैठ गए। बुरी तरह से भड़के हुए ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जम कर नारेबाजी कर रहे हैं । ग्रामीण मृतिका रूपावती के शव को को बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौपने की मांग पर अड़ गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार को सन्ना थाना क्षेत्र के डीपाडीह निवासी मुकेश राम,पत्नी रूपावती और 5 साल के बच्चे के साथ मेहमानी कर,बाइक से ननहेसर से वापस अपने घर वापस जा रहे थे। इसी दौरान सन्ना चंपा मार्ग में क़ुरवा के पास बाइक के अनियंत्रित हो जाने से दुर्घटना ग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में रूपवती की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई थी। गम्भीर रूप से घायल मुकेश को इलाज के लिए अम्बिकापुर रेफर कर दिया गया है। इस बीच,इस पूरे मामले को लेकर उस समय बखेड़ा खड़ा हो गया जब स्वास्थ्य विभाग ने मृतिका रूपावती के शव को पोस्टमार्टम ले लिए बगीचा लेकर जाने का फरमान सुना दिया। निजी वाहन चालक शव को बगीचा लेजाने के लिए 12 हजार रुपये मांगने लगे। अस्पताल में शव वाहन की सुविधा न होने से समस्या और भी गम्बजिर हो गई। हादसे के 15 घण्टे से अधिक समय से पोस्टमार्टम के लिए इंतजार कर रहे,स्वजन और ग्रामीण,अनन्त भड़क और सड़क पर ही धरने में बैठ गए हैं।
*Jashpur Big Breaking : पोस्टमार्टम में लेट लतीफी से भड़के ग्रामीण,सड़क में धरना देकर करने लगे नारेबाजी,इस मांग पर अड़े ग्रामीण……….*
