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*मौसम विभाग:– जिले भर में गरज के साथ हो रही है झमाझम बारिश, अगले दो दिनों तक आसमान में बादल छाए रहने की उम्मीद, धान उपार्जन केन्द्रों में बारिश से निपटने की गई समुचित इंतजाम,अगले दो दिनों तक जिले में ……………*

 

जशपुरनगर।जिले भर में आज तीसरे दिन भी मौसम का मिजाज बदला हुआ है,जिले के कई इलाकों में बादल गरजने के साथ बुंदाबुंदी शुरू हो गई है तो कहीं कहीं झमाझम बारिश हो रही है, वही दिन भर लोग कड़कड़ाती ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते नजर आ रहे हैं।मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक आसमान में बादल छाए रहने की उम्मीद जताई है, वहीं किसानों द्वारा खेतो में लगाए गए सब्जी के फसलों को भारी नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।आसमान से बादल छटने के साथ ही लोगों को एक बार फिर कड़कड़ाती ठंड से जूझना पड़ेगा।वही जिले का तापमान में एक बार फिर गिरवाट देखने को मिलेगा।मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया की ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर हरियाणा के ऊपर में स्थित है। यहीं से एक द्रोणिका 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश तक स्थित है। एक द्रोणिका उत्तर अंदरूनी-कर्नाटक से उत्तर मध्य- महाराष्ट्र 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में 11 जनवरी को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ ओलावृष्टि भी संभावित है। अधिकतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है तथा न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।
हरियाणा से लेकर दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश तक द्रोणिका के मौजूदगी के कारण प्रदेश के मध्य भाग में एक-दो स्थानों पर ओला गिरने की संभावना है। जबकि उत्तर अंदरूनी कर्नाटक से लेकर उत्तर मध्य महाराष्ट्र में तक द्रोणिका की मौजूदगी के कारण दक्षिण छत्तीसगढ़ के सभी भाग में भी खराब मौसम की चपेट में रहने की संभावना है। इसके कारण दक्षिण छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी संभावित है।प्रदेश के उत्तरी भाग में wind confluence zone बनने की संभावना है इसके कारण प्रदेश में अभी फिलहाल अगले 3 दिनों तक मौसम में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। प्रदेश के उत्तरी भाग (सरगुजा संभाग) में मौसम में आंशिक सुधार होने की संभावना है, किंतु आंशिक रूप से बादल बने रहने तथा एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना बना हुआ रहेगा।

*आकस्मिक वर्षा से धान को सुरक्षित रखने हेतु उपार्जन केंद्रों में की गई है समुचित इंतजाम,धान को भीगने से बचाने के लिए तिरपाल व कैप कवर से ढककर रखा गया है सुरक्षित*

 

कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल के निर्देशन में जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों में धान को आकस्मिक वर्षा से बचाने के लिए तिरपाल व कैप कवर से ढककर सुरक्षित रखा गया है।
बारिश की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सतर्कता बरतते हुए आवश्यक सभी व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए समस्त धान उपार्जन केंद्रों में पक्के चबूतरे, ड्रेनेज एवं धान को ढकने पर्याप्त मात्रा में तिरपाल व कैप कवर आदि की समुचित इंतजाम की गई है। इन व्यवस्थाओं के चलते समर्थन मूल्य में खरीदे गए धान उपार्जन केन्द्रों में सुरक्षित भण्डारित है। साथ ही कलेक्टर श्री अग्रवाल द्वारा सभी प्रशासनिक अधिकारियों को जिले में सुव्यवस्थित धान खरीदी हेतु सतत मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए हैं।

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