सिंगीबहार। जिले के कुनकुरी – तपकरा मार्ग में इन दिनों 61 करोड़ की लागत में 44किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य कछुवे के चाल में जारी है । जिसमे सड़को की खुदाई कर मलबा सड़क में ही छोड़ देने कारण सर्विस बस एवं चारपहिया वाहन,दो पहिया एवं पैदल चलने वाले राहगीरों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है । सड़कों की खुदाई पर सारी गाईड लाइन एवं प्रशासन के आदेश भी बेअसर साबित हो रहा है। बरसात के सीजन में व्यस्त सड़कों को खोदकर मलबा सड़क पर छोड़ दिया है। दूसरी सड़कों को छोड़ दें तो फरसाबहार -पत्थलगांव रोड जैसी व्यस्त सड़क पर भी यह हाल देखने को मिल रहा है। स्थिति यह है कि सड़क किनारे मुरुम मिट्टी एवं मलबे का ढेर घण्टो जाम का कारण बन रहा है। बावजूद जिम्मेदार विभाग इस दिशा में गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। नागलोक क्षेत्र के कई सड़क काफी जर्जर हो गई है। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। अब बरसात का सीजन होने के कारण इन गड्ढों में पानी भरने से दुर्घटना की आशंका भी बढ़ गई है। सड़क की इस स्थिति से नागरिक खासे नाराज हैं। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी सड़क नहीं सुधर पाई है।जशपुर जिले में सड़कों की जाल बिछा कर विकास के दावे किए जा रहे हैं। गांव-गांव में आवागमन के लिए सड़कें बनाई जा रहीं हैं। पर देखरेख के अभाव एवं गुणवत्ता में कमी के चलते ये सड़कें समय से पहले ही जर्जर हो रहीं हैं और अब ये जनता के लिए परेशानी का सबब बनकर आए दिन दुर्घटना को आमंत्रित करते रहती हैं। मजबूरी में जनता उन बदहाल सड़कों पर जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने को मजबूर है। खास बात तो यह है कि इन सड़कों पर विकास का वादा करने वाले जनप्रतिनिधि भी यात्रा करते हैं। पर वे भी पद में आने के बाद अपने वादे भूल जाते हैं।कुनकुरी से लवाकेरा होते ओडिसा जोडऩे वाली सड़क काफी इंतजार के बाद निर्माण चालू हुवा है जो कि स्लो मोशन कछुवे के चाल में निर्माण कार्य चालू है । सड़क निर्माण एजेंसी ने जगह जगह खुदाई कर मलबे को सड़क पर ही छोड़ दिया है जिससे राहगीरो को खासे रात को जरूरत से ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । साइड लेने के चक्कर मे कई बड़ी घटना घटने से टला है साजबहार के ग्रामीण रंजीत राम ने बताया कि बताया कि जंगल से लेकर आगे मोड़ तक बीच में करीब 1 किलोमीटर की सड़क पर खुदाई कर मलबे को वही छोड़ दिया गया है जिससे घटना की आशंका जताई जा रही है । वही सिंगीबहार के कृष्णा राय ने बताया कि सड़क पर जगज जगह मिट्टी डाल कर फिलिंग न करने से सड़क सकरा हो जाने कारण आवागमन बाधित हो रही है । काफी मांग के बाद सड़क का निर्माण शुरू हुआ । हाल ही में डाल रहे मटेरियल भी सड़क से जगह जगह उखड़ना चालू हो गए है वर्तमान में इस सड़क की हालत यह है कि कई स्थानों पर सड़क है या नहीं, इसका पता ही नहीं चलता। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं। इस मार्ग पर दर्जनों यात्री बसें और दो पहिया, चार पहिया वाहन चलते हैं। जहां यात्री यात्रा के पहले भगवान को याद करते हैं। ग्रामीणों के बार-बार मांग के बाद सड़क की स्वीकृति यूडी मिंज विधायक के अथक प्रयास से प्रदेश सरकार ने दे तो दी गई है। पर सड़क की दशा और बत्त से बत्तर है ठीकेदार की लापरवाही कारण सड़क की खुदाई कर मलबे को सड़क में ही छोड़ देने एवं जगह जगह मिट्टी मुरुम को डम्प कर महीने भर से छोड़ दिया गया है जिसके कारण घटना की आशंका बनी हुई है । आप को बता दें कि यह सड़क की राशि 64 करोड़ रू. 44 किमी के लिए स्वीकृति है जिसका ब्याज लाखो रुपये प्रतिदिन प्रदेश सरकार को देने पड़ रहे है । निर्माण कार्य धिमी गति कछुआ के चाल में चलने से साफ – साफ चुना छत्तीसगढ़ सरकार को लगाया जा है।