जशपुर/बगीचा:- प्रदेश में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होना तय है और इसी चुनाव की तैयारियां में राजनीति पार्टियां के नेताओं ने भी अपना अपना दौड़ लगाना शुरू कर दिया है।इसी तरह प्रदेश की राजनीति में सबसे अहम रोल निभाने वाले जिले में एक जशपुर जिला भी काफी महत्वपूर्ण जिला में गिनती आती है।जहां तीन विधानसभा है।फिलहाल इस जिले के तीनों विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं।हालांकि हमारे सूत्र बताते हैं कि इन दिनों कांग्रेस पार्टी के अंदर कुछ ठीक नही चल रहा है।
बहरहाल जो भी हो परन्तु इन दिनों जशपुर जिले के पाठ क्षेत्र और निचघाट के जनता के बीच बहुत ही अच्छी पकड़ रखने वाली कांग्रेस नेत्री फुलकेरिया भगत भी अब मैदान में कूद चूंकि है और कांग्रेस सरकार के योजनाओं को गांव गांव जा कर घर घर पहुंचाने का कार्य करते देखी जा रही है।इसी बीच वो कांग्रेस कार्यकर्ता जो पार्टी के विधायकों से खुद को उपेक्षित समझ कर साइलेंट में बैठे देखे जा रहे थे अब वो कार्यकर्ता भी इस दिगज्ज नेत्री फुलकेरिया भगत के साथ कांग्रेस पार्टी के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में अपना योगदान देना शुरू कर दिए हैं।बताया जा रहा है कि फुलकेरिया भगत लगातार गांव गांव में दौरा कार्यक्रम कर रहीं है और जनता के बीच पहुंच कर उनसे बातें कर रही है और सरकार के योजनाओं को पम्पलेट बांट कर घर घर पहुंचा रही है।इसी कार्यक्रम के तहत बीते दिन फुलकेरिया भगत जिले के पाठ क्षेत्र में बहोरा, भादू, लोरो, जैसे गांव के हर एक बूथ में घर घर जा कर जनता से सम्पर्क साधते हुए दिखाई दीं।जिनके साथ मुख्य रूप से पाठ क्षेत्र में कांग्रेस को विजय दिलाने वाले कांग्रेस पार्टी के ब्लाक अध्यक्ष चंद्रदिप यादव,हरेंद्र राम,प्रकाश यादव जैसे कांग्रेस के कई कार्यकर्ता दिखाई दिये जहां उनके द्वारा कांग्रेस पार्टी के कई उपलब्धियों को भी बताया गया।
आपको बता दें कि फुलकेरिया भगत जिले के बगीचा से विलोंग करती हैं जो वर्तमान में कांग्रेस पार्टी की प्रदेश महामंत्री जैसे बड़े पद पर पदस्त है।वहीं श्रीमती भगत सरगुजा कांग्रेस की प्रभारी भी हैं। वहीं श्रीमती भगत जशपुर जिला पंचायत सदस्य भी रह चुकी है। बता दें कि जशपुर विधानसभा में फुलकेरिया भगत का नाम काफी आगे है वहीं पिछले चुनाव में जशपुर विधनसभा से कांग्रेस पार्टी की प्रबल दावेदार भी रह चुकी है इसी से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस विधानसभा चुनाव में भी यह नेत्री कांग्रेस पार्टी से जशपुर विधनसभा में अपनी दावेदारी पुनः मजबूती के साथ रख सकती हैं।हालांकि यह तो आने वाले समय चुनाव में ही क्लियर होगा कि आखिर ऊंट किस करवट बैठती है।