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*तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे अधिकारी-कर्मचारी, शासकीय कार्यालयों में कामकाज हुआ प्रभावित, स्कूलों में नहीं हो रही पढ़ाई,तहसील व एसडीएम कार्यालय में काम काज ठप*।

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फरसाबहार-: अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले अधिकारी – कर्मचारियों ने 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। बुधवार को फरसाबहार जनपद पंचायत कार्यालय के सामने धरना स्थल में हड़ताल के तीसरे दिन भी कर्मचारियों की एकजुटता रही। वहीं दूसरी ओर लगातार क्षेत्र में हो रही वर्षा के बाद बुधवार को मौसम साफ हुआ और तेज गर्मी के साथ दिनभर उमस रही। हड़ताल पर बैठे कर्मचारी पसीने से लतपथ हड़ताल स्थल पर डटे रहे।
नियमित शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष हरिशंकर यादव ने कहा कि हड़ताल हम सरकार की गलत नीतियों और अधिकारी कर्मचारियों के मौलिक अधिकार हक की अधिकार के कारण सरकार से महंगाई भत्ता (डीए) और आवास किराया भत्ता (एचआरए) में वृद्धि की मांग करते हड़ताल पर है। मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी ही रहने की चेतावनी दी। हड़ताल के पहले, दूसरे दिन पूरे प्रदेश के साथ ब्लाक में विभिन्ना सरकारी कार्यालयों में कामकाज प्रभावित हुआ। अस्पताल और स्कूल-कालेजों में भी हड़ताल का असर दिखा। स्कूलों में छुट्टी जैसे हालात देखने को मिली। रसोइया के भरोसे स्कूल खुल रहा है। अनिश्चितकालीन हड़ताल के तीसरे दिन भी फरसाबहार तहसीलदार श्री के.के. मिरी की उपस्थिति रहे जिससे उपस्थित कर्मचारियों की मनोबल भी बढ़ा।विकासखंड फरसाबहार जिला जशपुरके कनिष्ठ प्रशासनिक सेवक, छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन, छतीसगढ़ नियमित शिक्षक संघ, संयुक्त शिक्षक संघ,लिपिक संघ,छ ग वन कर्मचारी संघ,पटवारी संघ,स्वास्थ्य विभाग, पँचायत सचिव संघ,उद्यानिकी,राजस्व निरीक्षक ,मत्स्य निरीक्षक,महिला बाल विकास आदि अन्य लगभग 20 सन्गठनों का आंदोलन बदस्तूर जारी रहा।
अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के जिला सचिव अविनाश शर्मा ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले सरकारी कर्मचारियों से किए गए वादों को निभाने में विफल रही है। ब्लॉक अध्यक्ष फरसाबहार शरद कश्यप ने कहा 22 अगस्त से प्रदेश के सरकारी कर्मचारी अनिश्चित कालीन आंदोलन के तीसरे दिन भी हड़ताल पर है। ब्लॉक के सभी स्कूल बंद है। सरकारी कार्यालय बंद है। सभी विभागों के शासकीय कार्यालयों में ताला लगा हुआ है। डीए और अन्य मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों से सरकार ने वादाखिलाफी की। घोषणापत्र में जो वादे किए गए थे, एक भी वादे पूरे नहीं किए गए।
सरकार की गलत नीति व अनदेखी से कर्मचारियों में आक्रोश चरम सीमा पर है।
34 प्रतिशत महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान पर गृह भत्ता की दो सूत्री मांग को लेकर फरसाबहार में भी लगातार तीसरे दिन भी छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले विकासखंड के सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारियों का धरना जनपद पंचायत के सामने धरना स्थल में जारी रहा। जहां अधिकारी कर्मचारियों ने सरकार की ओर से अभी तक किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश के अधिकारी कर्मचारी प्रशासन का अमला धरने पर बैठा है। जबकि धरने से पूरे छग के प्रशासन का कार्य प्रभावित हो रहा है। सरकार का यह रवैया कर्मचारियों में और अधिक आक्रोश बढ़ा रहा है।

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