Site icon Groundzeronews

*आयोजन:– अखिल भारतीय कंवर विकास समिति द्वारा दो दिविसीय अंचल स्तरीय वार्षिक सम्मेलन का हुआ आयोजन, शिक्षा, सामाजिक एकता एवं नशापान को दूर रखने का उठाया बीड़ा……………*

दोकड़ा,कांसाबेल। यहां के बगिया में अखिल भारतीय कंवर विकास समिति द्वारा अंचल स्तरीय दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया,जिसका समापन शनिवार को किया गया। दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन में समाज के केंद्र स्तर के पदाधिकारी सहित क्षेत्र के बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए।इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि विश्राम साय वरिष्ठ समाज सेवी, विष्णुदेव साय पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वर्तमान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के अध्यक्षता तथा इस अंचल स्तरीय सम्मेलन के संयोजक कौशल्या देवी,अंचल के अध्यक्ष दशमत साय के गरिमामय उपस्थिति में सम्मेलन का आयोजन हुआ।इस मौके पर श्री फलेश्वर महादेव मंदिर परिसर में दो जोड़ी युवक युवतियों का शादी भी कराया गया।दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन के दौरान समाज के पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें समाज के विकास के हित में अनेक चर्चा की गई, खासकर समाज के लोगों में अपने आने वाले पीढ़ी को शिक्षा के उच्च स्तर पहुंचाकर उन्हें शिक्षित करना, और नशा मुक्ति को लेकर भी विशेष रूप से रोकने के लिए समाज के लोगों ने बीड़ा उठाया है।इस मौके पर संयोजक कौशल्या देवी ने अपने उद्बोधन में कही की इस तरह के आयोजन से समाज एक लोगों में एकता बनी रहती है,और मजबूती भी बढ़ती है।समाज के लोगों को समाज के हित में अनेक दिशा में कार्य करने की जरूरत है,जिससे समाज की विकास हो सके।भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय ने भी अपने उद्बोधन में कहा की शिक्षा के बिना समाज व देश का विकास संभव नहीं है। शिक्षा समाज का दर्पण होता है। शिक्षा के ही माध्यम से विकास के शिखर पर पहुंचा जा सकता है।शिक्षा के क्षेत्र में बालकों की अपेक्षा बालिकाएं निरंतर आगे बढ़ रही हैं, जो उनकी लगन व परिश्रम का परिणाम है।इस मौके पर मुख्य अतिथि विश्राम साय ने भी सभी लोगों से अपने उद्बोधन मे कहा की सामाजिक एकजुटता बनाए रखने के लिए समाज के लोगों में आपसी भाईचारा जरूरी है, तभी समाज का विकास संभव है ।इस मौके पर रमेश कुमार साय,रविन्द्र साय,राजेश साय,राजकुमारी साय,शहर साय,लालजित साय,ओमप्रकाश साय,हिरामती पैंकरा,देवंती पैंकरा,अटलबिहारी साय,शिवनंदन साय, सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे।

Exit mobile version