कांसाबेल। शुक्रवार को यहां के नवीन शासकीय महाविद्यालय कांसाबेल में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत महिला आत्मरक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में कांसाबेल के जनपद अध्यक्ष कमल भगत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि में जनपद उपाध्यक्ष कुलवंत सिंह भाटिया, तहसीलदार सूर्यकांत साय,थाना प्रभारी एस.आर.भगत, विनोद साय,सपना इंदवार उपस्थित रहे।थाना प्रभारी एस.आर भगत ने छात्राओं को अभिव्यक्ति ऐप डाउनलोड कराया तथा अभिव्यक्ति ऐप के ऑनलाइन माध्यम से महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, उत्पीड़न हो या कभी भी किसी प्रकार के शोषण हो तो छात्राएं निसंकोच शिकायत दर्ज करने को कहा। तहसीलदार सूर्य कांत साय ने छात्राओं के साथ इस अंचल में होने वाले छोटी बड़ी घटनाओं को उदाहरण देकर अपनी आत्मसुरक्षा के कई महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान किया,साथ आत्मरक्षा के लिए उपाय भी बताए। जनपद उपाध्यक्ष कुलवंत सिंह भाटिया ने कहा कि अंचल की बच्चियां अपने भोलेपन और संकोच के कारण ठगी का शिकार होतीं है और स्वयं मुसीबतों में आ जातीं है। और अपनी बात किसी से नहीं कह पातीं है।अब अभिव्यक्ति ऐप के माध्यम से आप सभी छात्राएं सरलता से बात रख सकेगीं। मुख्य अतिथि रहे कांसाबेल जनपद अध्यक्ष कमल भगत ने अपने वक्तव्य में कहा कि महिलाओं के कई विषम परिस्थितियों में अभिव्यक्ति ऐप बहुत बड़ी सहायता प्रदान करता है आप कहीं भी रहते है आपके साथ समस्या आये तो आप तुरंत शिकायत दर्ज करायें। ऐप का सही सदुपयोग आपको मदद करेगा।आप स्वयं जागरूक रहे और आपके आस पड़ोस के सभी माताओं ,बहनों को भी सिखाएं और इसका लाभ लेने को कहेंगे। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.एम.जी.खाखा ने भी महाविद्यालय के छात्राओं को हमेशा जागरूक रहकर अपनी सुरक्षा के प्रति निसंकोच कार्य करें। संकोचवश हो रहे अपराध को सहना भी अपराध है आप सभी नयी पहल करें जिससे आपको प्रशासन से सहायता मिल सके।अंत में राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ.कुसुम माधुरी टोप्पो ने सभी छात्राओं एवं कार्यशाला में विभिन्न विभागों से उपस्थित अतिथियों का मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथियों का आभार व्यक्त किया और समय समय छात्राओं के साथ अपने विचार साझा कर छात्राओं को हमेशा प्रेरित करते रहने का आग्रह किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय स्टाफ से प्रो.अनुप कुजूर , ललिता सोनवानी, देवंती यादव,उमाशंकर साहू,पदमलोचन चौहान, तीर्थराज बाज,राधेश्याम देहरी, अल्फ्रेड कुजूर आदि उपस्थित रहे।