कांसाबेल,जशपुरनगर।छत्तीसगढ़ प्रदेश के 11644 पंचायतों में ग्रामसभा आयोजन करने का निर्देश पंचायत संचनालय द्वारा दिया गया था,पंचायत सचिव के द्वारा पूरे प्रदेश के 146 ब्लॉक मुख्यालय में 16 मार्च 2023 से हड़ताल में चले जाने के उपरांत आज 30 दिन होने के कारण ग्रामसभा पूर्णता विफल रहा है,वही शुक्रवार को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जन्म जयंती के अवसर पर पंचायत सचिवों द्वारा पूजा अर्चना करके उनको नमन किया गया।शासन की मंशा अनुरूप ग्रामीणों को पंचायती राज के आधारभूत संरचना ग्रामीणों में पंचायत स्तर से संचालित समस्त योजनाओं के बेहतर संचालन, आय व्यय, कार्य योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास की स्वीकृति का अनुमोदन,15 वित्त के कार्यों का अनुमोदन स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत शौचालय निर्माण वन अधिकार पट्टा जैसे महत्वपूर्ण कार्यों क्रियान्वयन एवं अनुमोदन से ग्रामीणों को वंचित होना पड़ा है l।सचिवो के हड़ताल से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।कांसाबेल जनपद पंचायत के सभी सरपंचों द्वारा हड़ताल स्थल में पहुंचकर पंचायत सचिवों की मांगों का पूर्ण समर्थन किया गया,उन्होंने कहा की पंचायती राज में सरपंच और सचिव की महत्वपूर्ण भूमिका होती है एक सिक्के के दो पहलू के रूप में जाने पहचाने जाते हैं बिना सचिवों के पंचायत की अवधारणा या कल्पना करना असंभव है इस अवसर पर सरपंच संघ ने भी उनकी जायज मांग को लेकर अपना समर्थन दिया है।सरपंच संघ का कहना है की सरकार इसे अविलंब पूरा करें।पंचायत सचिवों के 30 वे दिन हड़ताल में चले जाने से शासन महत्वकांक्षी योजना सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण बेरोजगारी भत्ता राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन मजदूर न्याय योजना किसान न्याय योजना गोधन न्याय योजना के सभी कार्य गोबर खरीदी वर्मी खाद केंचुआ खरीदी वर्मी टांका निर्माण पशु शेड निर्माण कार्य मनरेगा से संबंधित समस्त कार्य जन्म मृत्यु का पंजीयन राशनकार्ड सामाजिक सहायता के कार्यक्रम पेंशन योजना श्रद्धांजलि योजना पेयजल स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत शौचालय निर्माण वन अधिकार पट्टा वितरण बजट निर्माण पंच सरपंच का मानदेय ऑडिट से संबंधित कार्य लेखा संधारण का संधारण जैसे महत्वपूर्ण कार्य पूर्ण रूप से प्रभावित है।पंचायत सचिव संघ कांसाबेल के अध्यक्ष हेमलता सिंह द्वारा सचिव संघ के हड़ताल में पहुंचकर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के जन्म जयंती के अवसर पर बाबा साहब को नमन किया एवं अपने उद्बोधन में कहां की हम सब अपने संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं 16 मार्च 2023 से प्रगतिरथ आंदोलन के संबंध में विस्तृत जानकारी दिया गया जब तक शासकीय करण की मांग सरकार पूरा नहीं करेगा तब तक धरना स्थल पर डटे रहने का निर्देश दिया गया एवं आगामी समय में आंदोलन को उग्र करते हुए क्रमिक भूख ,हड़ताल भूख हड़ताल आमरण अनशन भी करने के लिए तैयार रहने की अपील की गई।