रायपुर ब्यूरो। अखिल भारतीय जनजातीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री गणेश राम भगत 1 महीने के अंतराल में दूसरी बार बस्तर पहुँचे। बस्तर पहुँचते ही उनका जोरदार स्वागत हुआ।स्थिति तब अत्यंत भावुक हो गई जब बस्तर के कांकेर में बस्तर में अंधाधुंध धर्मांतरण को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि एवम समाजिक कार्यकर्ताओं ने विषय उठाया, जिसको सुनकर भावुक होकर श्री गणेश राम भगत मंच छोड़कर समाज के बीच आकर बैठ गए और उन्होंने कहा कि वास्तव में आज बस्तर की इस स्थिति में पहुँचने का मुख्य कारण यह है कि यहाँ के राजनेता जनता के साथ और समाज के साथ सिर्फ चुनावी सम्बन्ध रखते हैं। इससे भले वो बड़े पदों पर पहुँच सकते हैं, लेकिन इस व्यवहार से समाज मजबूत नहीं हो सकता है। समाज को मजबूत करने के लिए नेताओं को स्वयं समाज के बीच बैठना होगा। उनके सुख दुख का साथी बनना होगा और यदि बस्तर में इसका पालन किया गया होता तो आज बस्तर की स्थिति ऐसी नही होती।
उन्होंने पुलिस अधीक्षक सुकमा के पत्र पर चर्चा करते हुए कहा कि बस्तर में धर्मांतरण इतना भयावह हो चुका है कि पुलिस अधीक्षक को कानून व्यवस्था बनाने हेतु थाना प्रभारियों को पत्र लिखना पड़ रहा है। अभी भी समय है बस्तर वासी एक जुट होकर समाज को जागृत करने के लिए आगे बढ़ें मै आपके साथ हूँ। आपको जब मेरी आवश्यकता होगी में हाजिर रहूंगा क्योंकि मेरे जीवन के लक्ष्य ही है प्रदेश को धर्मांतरण मुक्त करना ।इस सम्बंध में जशपुर सरगुजा क्षेत्र में मंच के द्वारा किए जा रहे कार्यो को भी साझा किया और जशपुर के कार्यकर्ताओं की टीम भावना की सराहना करते हुए कहा कि कम से कम माह में एक दिन समाज को एक साथ जरूर बैठना चाहिए तथा समाज के अगुवाओँ से अपील किए की वे स्वयं अपने जाति के रीति रिवाज परम्पराओ का पालन करते हुए समाज को मजबूत करने का प्रयास करें। कार्यक्रम में जनजातीय सुरक्षा मंच के संयोजक श्री भोजराज नाग, ब्रम्हानंद नेताम पूर्व विधायक, सुमित्रा मारकोले जी पूर्व विधयाक, देवेंद्र टेकाम, राधे लाल नाग, परमानंद त्रेता, महावीर सिंह ठाकुर, आलोक सिंह ठाकुर सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।