जशपुरनगर। जशपुर जिले में निलंबन के बाद डीएमसी के बहाली से ठंड के मौसम में माहौल गर्म हो चुका है,भाजपा कार्यकर्ताओं ने अब मुखर हो डीएमसी हटाओ जशपुर जिला बचाओ का नारा बुलंद कर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है,जिसमें मांग किया गया है की गैर जिम्मेदार और लापरवाह अधिकारी डीएमसी विनोद पैंकरा की बहाली निरस्त करते हुवे इस जिम्मेदार पद से उन्हें हटाया जाए।जिला प्रशासन के माध्यम से छत्तीसगढ की राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में घटना का जिक्र करते हुवे डीएमसी के विरुद्ध मोर्चा खोला गया है,साथ ही जिला प्रशासन को यह भी चेतावनी दिया गया है कि समय रहते यदि डीएमसी को नहीं हटाया गया तो मजबूरीवश भाजपाई तीव्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनि भगत, युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नितिन राय,शहर मण्डल अध्यक्ष संतोष सिंह, अरविंद भगत, सज्जू खान, दीपक गुप्ता, मुकेश सोनी, रविन्द्र पाठक, दीपक सिंह, अनुज भगत, संतन भगत, नीतू गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, शम्भू कंसारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी फैज़ान सरवर खान ने दी।
राज्यपाल के नाम जिला प्रशासन को सौंपे गए पत्र में अंकित है कि जशपुर जिले में स्थित समर्थ दिव्यांग शासकीय छात्रावास केंद्र में दिव्यांग छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और अनाचार की घटना दिनांक २२ सितंबर को घटित हुआ,इस घटना के बाद जांच के दौरान कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वाले और गैर जिम्मेदार अधिकारी के रूप में तत्कालीन डीएमसी विनोद पैंकरा को निलंबित कर दिया लेकिन चंद दिनों बाद पुनः उनके निलंबन को समाप्त कर वापस डीएमसी बनाए जाने की खबर से समूचा जशपुर जिला आहत है।जानकारी मिला है कि जिस आरोपी ने २२ सितंबर को घटना को अंजाम दिया वह पहले भी अनाचार के मामले में जेल जा चुका है।ऐसे में सजायापदा कैदी को दिव्यांग छात्राओं के छात्रावास में बिना चरित्र प्रमाण पत्र और पुलिस वेरिफिकेशन के पदस्थ करना डीएमसी विनोद पैकरा के मिली भगत को प्रमाणित करता है,साथ ही यह भी जानकारी मिला है की जिस दिन घटना घटित हुआ उस दिन घटना को दबाने में डीएमसी विनोद पैंकरा का सबसे बड़ा हाथ रहा।ऐसे में गैर जिम्मेदार अधिकारी विनोद पैंकरा को वापस पुनः डीएमसी बनाए जाने के विरोध में भाजपा का तीव्र धरना प्रदर्शन किया जाना सुनिश्चित किया गया है।इस क्रम में भाजयुमो और भाजपा महिला मोर्चा के द्वारा संयुक्त रूप से आंदोलन का रूपरेख तैयार कर कलेक्ट्रेड घेराव और महामहिम राज्यपाल के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जा रहा है।ज्ञापन के माध्यम से मांग किया जा रहा है कि डीएमसी के विरुद्ध जांच बैठा उक्त मामले में कार्यवाही किया जाए और यथाशीघ्र डीएमसी को पद से हटा नए डीएमसी की नियुक्ति की जाए,साथ ही यह भी जांच किया जाए की किस प्रकार डीएमसी के आदेश से अनाचार के मामले में सजा यापदा आरोपी को बालिका छात्रावास में नियुक्ति प्रदान किया गया।जांच दौरान दोषियों के विरुद्ध भी कार्यवाही का मांग किया गया है।अतः महोदया से निवेदन है कि उक्त मामले में जांच व कार्यवाही कराने की कृपा करें,ताकि कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वाले गैर जिम्मेदार अधिकारी के लिए यह कार्यवाही एक मिशाल बन जाए।
दिव्यांग केंद्र में रहे बच्चों के अभिभावकों ने ग्राउंड जीरो को बताया है की डीएमसी की वापसी को लेकर उनमें काफी आक्रोश है और वे इस बात को लेकर लामबंद हो रहे हैं। एक महिला अभिभावक ने कहा कि जब तक व्यवस्था नहीं बदली जाती है और डीएमसी को सजा नहीं मिलती है वह जल्द ही सभी बच्चों को वहां से हटा लेंगे।