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*सरकारी प्रोटोकॉल पर भारी पड़ रही है राजनीति, दबाव में बेबस अधिकारी नहीं कर पा रहे हैं नियमो का पालन, यहां फिर हुई जिला पंचायत सदस्य की उपेक्षा………*

जशपुरनगर। जिले में सरकारी आयोजन में प्रोटोकॉल का न पालन हो रहा है और ना ही सरकार के नियमों का।कार्यक्रम पूरी तरह से सरकारी खर्च पर राजनीतिक दल विशेष के गुणगान का माध्यम बन कर रह गया है।उक्त बातें शासकीय कार्यक्रमों में भाजपा के जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से भड़के कांसाबेल क्षेत्र के डीडीसी सालिक साय ने कही है।श्री साय ने कहा की साढ़े तीन साल में छत्तीसगढ़ राज्य को विकास के मामले में 30 साल पीछे ढकलने वाले कांग्रेसियों को श्रेय लेने की भूख इस तरह बढ़ गई है की केंद्र सरकार की योजनाओं एवं उपलब्धियों को अपना बता कर बेसुरा राग अलाप रहे हैं।दरअसल पूरा विवाद कांसाबेल तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत लमडांड में नव पंचायत भवन निर्माण के लोकार्पण समारोह में डीडीसी सालिक साय सहित दूसरे जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया जा रहा है।गौरतलब है की आज शनिवार को कांसाबेल तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत लमडांड में नव निर्मित पंचायत भवन का लोकार्पण किया जाना है,लेकिन भवन लोकार्पण समारोह के निमंत्रण पत्र में स्थानीय जिला पंचायत सदस्य सालिक साय को उपेक्षा की गई,साथ ही उन्हें किसी प्रकार की सूचना तक नहीं दी जा रही है,जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से प्रशासन कांग्रेसी नेता के इशारे पर काम रही है।डीडीसी श्री साय ने कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की पंचायत के सरपंच सचिव पर इतना दबाव डाला जा रहा है की स्वयं के गृह ग्राम में उन्हें इस लोकार्पण समारोह में अनदेखी की जा रही है,यह कांग्रेस की दोहरे चरित्र को दर्शाता है।यह कोई नया मामला नहीं है इससे भी पहले कांसाबेल तहसील मुख्यालय में पर्यावरण संरक्षण के लिए बने 20 लाख के लागत से गार्डन का उद्घाटन समारोह हुआ था, जिसमें भी डीडीसी सालिक साय को किसी प्रकार की सूचना तक नहीं दी गई थी,जबकि क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य सालिक साय द्वारा कलेक्टर की बैठक में अतिक्रमण रोकने के लिए पर्यावरण संरक्षण औषधि गार्डन की मांग रखी थी।लेकिन उन्हें इस लोकार्पण समारोह में उपेक्षा की गई थी।

*आखिर क्यों बेबस हैं अधिकारी*
प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए शासन ने जिला से लेकर ब्लाक स्तर तक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर रखी है। इसका उद्देश्य सरकारी तंत्र का तय नियमो का पालन करते हुए सरकारी कार्यक्रम और संसाधनों का जनप्रतिनिधियों के लिए उपलब्ध कराना और उनको उचित सम्मान देंना है। लेकिन,सरकारी कार्यक्रमो में लगातार हो रही उपेक्षा से नाराज डीडीसी सालिक साय का कहना है कि कांग्रेसी राज में प्रशासन पर राजनीति हावी हो गई है। अधिकारी इतने बेबस हो गए है कि नियमो को दरकिनार कर हुक्मरानों की आज्ञा का पालन कर रहें हैं।

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