जशपुरनगर। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की बटालियन को वापस लाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। जिले की शांति और सुरक्षा को बनाएं रखने के लिए यह अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए केन्द्र सरकार से बातचीत की जाएगी। नगरपालिका जशपुर की पूर्व उपाध्यक्ष श्रीमती प्रियवंदा सिंह जूदेव ने उक्त बातें कही। उन्होनें जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम कलिया में वृद्व महिला श्रीमती मोहनी बाई पर हुई फायरिंग की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की घटना,जिले के शांति व सुरक्षा व्यवस्था के ठीक नहीं है। वृद्वा पर जिस तरह से हमला किया गया है,यह अपराधियों के बेखौफ इरादे की ओर इशारा करता है। उन्होनें विश्वास व्यक्त किया कि पुलिस प्रशासन जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर,जेल का रास्ता दिखाएगी। केन्द्री रिजर्व पुलिस बन के मुद्दे पर चर्चा करते हुए उन्होनें कहा कि भले ही 2018 में जिले को नक्सल मुक्त घोषत कर दिया गया है लेकिन ओडिशा और झारखंड की अंर्तराज्यी सीमा से लगे इलाके में आए दिन नक्सली और आपराधिक संगठनों की हलचल की खबरें आती रहती है। जिले से लगे हुए सरगुजा और बलरामपुर जिले में भी नक्सल संगठनों की हलचल बनी हुई है। सीआरपीएफ की तैनाती की वजह से ये संगठन अब तक जिले में घुसपैइ नहीं कर पा रहे थे। अब,बल की रवानगी शुरू होने से जिले में फिर से लाल आतंक का खतरा बढ़ने लगा है। उन्होनें कहा कि जशपुर जिला,लंबे संघर्ष के बाद भय और आतंक के महौल से उबर कर विकास के रास्ते में आया है। अब यहा दोबारा आतंकराज की स्थिति कदापि नहीं बनने दी जाएगी। उन्होनें कहा कि केन्द्री रिजर्व पुलिस बल को वापस लाने के लिए वे जल्द ही केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेगीं। जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता रहे दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव की बड़ी बहू श्रीमती प्रियवंदा सिंह जूदेव बीते साल भी सीआरपीएफ के मुद्दे को लेकर भारत सरकार के गृहमंत्री राजनाथ सिंह से दिल्ली में मुलाकात की थी। इस दौरान राजनाथ सिंह ने इस विषय पर विचार करने का आश्वासन दिया था।