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*समस्या:– नदी में पुल है पर सड़क नहीं, सड़क के अभाव में करोड़ों की लागत से बनी पुल हुई बेकार, बरसात में हो जाती है पूरी तरह आवागमन ठप, शासन प्रशासन का नहीं है इस ओर ध्यान, डीडीसी सालिक साय ने सड़क निर्माण की रखी मांग …………….*

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कांसाबेल/दोकड़ा। करोड़ों रुपए की लागत से बनी मैनी नदी में पुल सड़क के अभाव में लोगों के लिए बेकार साबित हो रही है।सड़क के अभाव के कारण क्षेत्र के हजारों लोग रोजाना बंदरचुवा या छाताबर होकर लंबी दूरी तय कर विकासखंड मुख्यालय की सफर तय कर रहे हैं,जिससे लोगों को अधिक दूरी के साथ अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है।इस समस्या को लेकर क्षेत्र के डीडीसी सालिक साय द्वारा पहल करते हुए जिला पंचायत की बैठक में जिला क्लेक्टर एवं वन मंडलाधिकारी को प्रस्ताव देकर पुल से जंगल रास्ते को कांसाबेल तहसील के कोगाबहरी मार्ग का जोड़ने के लिए मांग रखा जा चुका है।श्री साय की मांग पर तत्कालीन डीएफओ कृष्ण जाधव ने उन्हें वन विभाग से सड़क निर्माण की अनुमति के लिए आश्वाशन दिया था,लेकिन आज पर्यंत तक इस मार्ग में सड़क मार्ग के लिए किसी प्रकार की कार्यवाही शुरू नही हो सकी है।गौरतलब है कि दोकड़ा क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोगों को विकासखंड मुख्यालय तक जोड़ने के लिए उनकी मांग कर छत्तीसगढ़ प्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय,संसदीय सचिव शिवशंकर पैंकरा की मांग पर मैनी नदी पुल निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपए की तत्काल स्वीकृति दे दी।स्वीकृति पश्चात इस मैनी नदी में पुल निर्माण भी करा दिया गया,लेकिन इस मार्ग को पुल से जोड़कर जंगल की रास्ते होकर मुख्यालय तक जोड़ने वाली सड़क की दूरी महज 1 किलोमीटर सड़क विहीन होने की वजह से करोड़ों की लागत से बनी पुल बेकार साबित हो रही है।

*मैनी नदी में पुल निर्माण के दो साल बीत जाने के बाद भी नही बनी सड़क*

जिले के कांसाबेल तहसील क्षेत्र के दोकड़ा सहित कई गांव के लोगों की आवागमन की सुविधा को लेकर यहां से कांसाबेल तहसील मुख्यालय तक जोड़ने वाली सड़क मार्ग में दोकड़ा समीप मैनी नदी में लगभग 5 करोड़ की लागत से पुल निर्माण किया गया,जिसके दो साल बीत जाने के बाद भी इस जंगल मार्ग महज एक किलोमीटर दूरी तक सड़क नही होने की वजह से क्षेत्र के लोगों को इस पुल निर्माण का लाभ नहीं मिल पा रहा है।खासकर बरसात के दिनों में दो पहिया वाहनों को भी मुश्किल का सामना करना बढ़ता है,बारिश से सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाने से आवागमन पूरी तरह से ठप हो जाती है,लोगों की इस मार्ग में सड़क निर्माण को लेकर लगातार मांग करते आ रहे हैं,लेकिन शासन प्रशासन ने उनकी मांग पर किसी प्रकार की पहल करते हुए नही दिखाई दे रही है,जिससे क्षेत्र के लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।

*इस मार्ग में सड़क निर्माण हो जाने से दो राज्यों को जोड़ने वाली प्रमुख मार्ग होगी साबित*

कांसाबेल तहसील मुख्यालय से दोकड़ा मार्ग के इस कोगाबहरी जंगल में सड़क मार्ग के निर्माण हो जाने से ओडिशा, झारखंड राज्यों को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क साबित होगी।सरगुजा,बलरामपुर,कोरिया,सूरजपर पत्थलगांव क्षेत्र से इस मार्ग में अन्य राज्यों के आवागमन के लिए सुगम मार्ग साबित होगी,इस मार्ग से अन्य राज्यों को जोड़ने के साथ साथ कम दूरी भी तय करनी पड़ेगी।साथ इस मार्ग के निर्माण से तहसील मुख्यालय तक पहुंचने के लिए दोकड़ा क्षेत्र के लोगों को महज 15 किलो मीटर दूरी तय करनी होगी।जिससे लोगों को आर्थिक बचत के साथ समय की भी बचत होगी।

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