जशपुरनगर। समाजसेवी संस्था राहा के डायरेक्टर से नकली आयकर अधिकारी के द्वारा 30 लाख की ठगी मामले में भाजपा नेता नितिन राय ने बड़े सवाल खड़े किए हैं। नितिन राय ने सवाल उठाया है कि आखिर 30 लाख देने की जरूरत इस संस्था को क्यों पड़ी। श्री राय ने कहा है कि आखिर ऐसी क्या कमी थी ऐसी कौन सी कमजोरी थी कि 3000000 देने की जरूरत पड़ी। चर्चित भ्रष्टाचार के रेट को देखें तो यह 10% कमीशन है। इसका मतलब करोड़ों की हेराफेरी का मामला संदेह के दायरे में है। नितिन राय ने कहा है कि मिशनरी संस्था राहा की जांच कराई जाए कि उनके पास पैसा कहां से आता है और कहीं यह पैसा धर्मांतरण के लिए तो खर्च नहीं किया जाता है। जब नकली इनकम टैक्स अधिकारी उनसे ₹30 लाख लेकर चंपत हो गया अब असली इनकम टैक्स अधिकारी से मिशनरी संस्था राहा की जांच करवाया जाए बहुत कुछ गड़बड़ है। नितिन राय ने संदेह व्यक्त किया है कि इस पैसे का उपयोग धर्मांतरण के लिए किया जाता है। जिससे समाज में वर्ग भेद धार्मिक अशांति व सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ रहा है। इसलिए ऐसे मामलों पर गंभीरता से सरकार को जांच एवं कार्यवाही करनी चाहिए।
क्या है मामला:-
नकली आयकर अधिकारी बन कर तीस लाख रुपये की ठगी
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव स्थित ईसाई मिशन से जुड़ी समाज सेवी संस्था राहा (RAHA ) मुख्यालय से नकली आयकर अधिकारी बन कर एक बदमाश ने तीस लाख रुपये की ठगी कर ली। पुलिस ने इस मामले में राहा संस्था की डायरेक्टर डा.ऐलिजाबेथ की रिपोर्ट मिलने पर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जब राहा संस्था की डायरेक्टर को नकली आयकर अधिकारी के व्दारा ठग लिए जाने का अहसास हुआ तो उन्होंने ने जशपुर पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल को इस मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई है। डा.ऐलिजाबेथ का कहना है कि इस मामले में राहा संस्था के ही एक कर्मचारी की मिलीभगत से लाखों रुपये की ठगी की वारदात हुई है।
फिलहाल पत्थलगांव एसडीओ पी ने इस मामले से जुड़े सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तत्काल जांच शुरू कर दी है.
ईसाई मिशन की समाज सेवी संस्था राहा सरगुजा संभाग मे 50 साल से गरीब परिवार के विकलांग लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में काम कर रही है.राहा का पत्थलगांव मुख्यालय से नकली इनकम टैक्स अधिकारी बन कर एक बदमाश ने तीस लाख रुपये की ठगी कर ली।