जशपुर/सन्ना। मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह समारोह के दौरान तेज आंधी से पंडाल ध्वस्त होने की घटना के बाद अधिकारियों ने किसी तरह 53 जोड़े का सामूहिक विवाह संपन्न कराया। हादसे को लेकर सन्ना के तहसीलदार सुनील गुप्ता का कहना है कि अचानक आई तेज आंधी की वजह से यह हादसा हुआ है। इस हादसे में विवाह संपन्न करा रहे पंडित सहित 6 ग्रामीण घायल हुए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए सन्ना के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। जानकारी के मुताबिक सन्ना के बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से सन्ना में सामूहिक कन्या विवाह समारोह का आयोजन किया गया था। इसके लिए परियोजना कार्यालय के समीप पंडाल और मंडप सजाया गया था। कार्यक्रम में 53 जोड़ों का सामूहिक विवाह होना था। इसमें शामिल होने के लिए वर व वधु पक्ष के लोग सुबह से ही पंडाल में जुटने लगे थे। दोपहर लगभग 1 बजे अचानक तेज हवा चलने से पंडाल का एक हिस्सा धराशायी हो गया। इससे कार्यक्रम में कुछ देर के लिए अफरा तफरी की स्थिति बन गई। पंडाल में लगे हुए लोहे के पाइप की चपेट में आने से विवाह कराने के लिए बगीचा से आए पंडित कृष्णा पंडा सहित 5 लोग घायल हो गए। प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायलों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।उधर बगीचा तटकेला से विवाह कराने आये पण्डित कृष्ण पण्डा महाराज जी के द्वारा घायल अवस्था मे भी अपने समर्पण भाव का कर्तव्य निभाते हुए सभी 53 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया गया जिसे देख वहां मौजूद ग्रामीण भी भावुक हो गये।
उधर सन्ना के तहसीलदार सुनिल गुप्ता ने बताया कि अचानक आए चक्रवाती आंधी की वजह से घटना हुई। सभी घायलों का इलाज कराने के बाद,पंजिकृत 53 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया।
‘अचानक आए आंधी की वजह से यह घटना हुई है। घटना के बाद घायलों का इलाज करा,विवाह संपन्न कराया गया।’
सुनिल गुप्ता,तहसीलदार,सन्ना।