कांसाबेल। मंगलवार को कांसाबेल तहसील के सरस्वती शिशु मंदिर सेमरकछार में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य सालिक साय,विशिष्ट अतिथि भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष भूषण वैष्णव,कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच नेमहंती बाई द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए द्वीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया।वार्षिक उत्सव के दौरान बच्चों द्वारा कई लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुति दी गई,इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में सरस्वती शिशु मंदिर दोकड़ा के बच्चों ने भी सुंदर प्रस्तुति दी।इस मौके पर अपने संबोधन में डीडीसी सालिक साय ने कहा की शिक्षा और संस्कार का संगम है सरस्वती शिशु मंदिर की संस्था,विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर छात्रों को शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक दृष्टि से विकसित करती है ताकि ऐसे युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके,जो संस्कारवान एवं राष्ट्रहित से ओतप्रोत हो।आगे उन्होंने कहा की शिक्षा में संस्कार का होना अति आवश्यक है।इस समिति के अध्यक्ष गुलाब ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर गैर सरकारी संस्था है, इसे शासन के द्वारा किसी प्रकार से कोई अनुदान प्राप्त नहीं होता हैं। यहां छात्र-छात्राएं अपने माता पिता के भावी आशाओं के अनुरूप तैयार होते हैं।यहां के शिक्षा पद्वति का शिक्षा के जगत में एक विशिष्ट पहचान है।विशिष्ट अतिथि भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष भूषण वैष्णव ने कहा कि विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर पूरे देश में संचालित है, जो दूरस्थ अंचलों, नगर एवं ग्रामों में शिक्षा का अलख जगा रहे हैं। प्राथमिक से लेकर उच्चर माध्यमिक तक शिक्षण संस्था संचालित हो रही है।यहां के आचार्य पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ कार्य कर रहे हैं।इस मौके पर प्रधानाचार्य प्रदीप सिंह,गजेंद्र राम,मनेंद्र राम,दोकड़ा के आचार्य उमेश सिंह,सांस्कृतिक प्रमुख अभिषेक भगत सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।