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*डीपीएस प्रायमरी (बालाजी) में सावन उत्सव की धूम,प्राचार्य ने कहा:-धार्मिक के साथ वैज्ञानिक महत्व भी है इस माह का, पढ़िए क्या रहा खास…*

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जशपुरनगर। सावन के महीने का भरपूर आनंद लेने के लिए यहां के डीपीएस प्रायमरी (बालाजी) में शनिवार को सभी महिला अभिभावकों के लिए सावन उत्सव का आयोजन किया गया। इस उत्सव का उद्घाटन स्कूल के एमडी ओमप्रकाश सिन्हा, डायरेक्टर सुनीता सिन्हा, प्रिंसिपल जयंती सिन्हा सहित उपस्थित सम्मानित महिला अभिभावकों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। इस मौके बच्चों ने आकर्षक पारंपरिक नृत्य और गीतों के माध्यम से उत्सव के उत्साह को दोगुना कर दिया था। इसके अलावा बच्चों व शिक्षकों ने अपने स्पीच के द्वारा सावन के महत्व को बताया। इस मौके पर महिला अभिभावकों में से सावन क्वीन चुनकर उन्हें क्राउन पहनाया गया और इस अवसर पर झूला का भी आनंद लिया गया । सावन में झूला का विशेष महत्व होता है।

*महिलाएं समाज का श्रृंगार*

अपने संबोधन में प्रिंसिपल जयंती सिन्हा ने सभी अभिभावकों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने बच्चों के उचित पालन-पोषण के लिए विशेष टिप्स भी दिए। उन्होंने बताया कि सावन उत्सव का आयोजन इसलिए किया जाता है, ताकि आमंत्रित सभी महिलाएं बिना किसी झिझक के प्रत्येक गतिविधि एवं प्रतियोगिता का आनंद ले सकें। उन्होंने कहा कि महिलाएं समाज का श्रृंगार हैं, लेकिन घर-गृहस्थी के झमेलों में उलझकर वे अपना अस्तित्व भूल जाती हैं।

*सावन में व्रत इसलिए है जरूरी*

प्राचार्य जयंती सिन्हा ने बताया कि सावन का धार्मिक के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी है। सावन में मौसमी बदलाव के कारण हमारी पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो, हमारा पाचन तंत्र सूर्य पर निर्धारित होता है। सावन के महीने में सूर्य का प्रकाश बहुत कम मिल पाता है, जिस कारण पाचन तंत्र कमजोर पड़ने लगता है। इसी वजह से सावन में व्रत करने का विशेष महत्व बताया गया है।
कार्यक्रम का समापन राजकीय गीत (अरपा पैरी के धार) से किया गया।

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