जशपुर/सन्ना:- जशपुर जिले के सन्ना से खबर आ रही है की वहाँ आवारा मवेशियों का तादाद इतना बढ़ गया है कि ग्राम पंचायत सन्ना के सैकड़ो किसानों का फसल को आवारा मवेशियों ने चौपट कर दिया है।जिसके बाद से सन्ना ग्राम पंचायत के सैकड़ो किसान आक्रोशित हो गए हैं। बीते दिन सभी पीड़ित किसान ग्राम पंचायत सन्ना, तहसीलदार कार्यालय सन्ना और पुलिस थाना में जा कर शिकायत का लिखित आवेदन दिया है इस आवेदन में सबसे खास बात तो यह है कि किसानों ने यहां के लोकल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि हर वर्ष उक्त मामले की शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नही होती है और हर साल किसानों को लाखों रुपये नुकसान झेलना पड़ता है वहीं सन्ना में शासन द्वारा लाखों रुपये खर्च कर बनाया गया कांजीहाउस,गौठान को भी ग्राम पंचायत कमेटी की लापरवाही के कारण बंद है और किसान परेशान हैं।आवेदन में किसानों ने लिखा है कि तीन दिवस के भीतर आवारा मवेशियों को व्यवस्थित कर मवेशी पलकों पर कार्यवाही करते हुऐ किसानों के फसल हुए नुकसान का भरपाई करें अन्यथा सन्ना क्षेत्र के सभी किसान मजदूर आदिवासी उग्र आन्दोलन करेंगे आवेदन में यहाँ तक किसानों ने लिख दिया है कि इसका पुरा जिम्मेदार सन्ना का लोकल प्रशासन का होगा।
आपको यह भी बता दें कि ग्राम पंचायत सन्ना के बहुत से मवेशी पालक ऐसे हैं जो नाम मात्र का मवेशी रखे हैं परन्तु मवेशियों का देख भाल और घर में नही रखते हैं बल्कि आवारा मवेशियों की तरह उन्हें भी खुला छोड़ देते हैं जिससे कि सन्ना में इन दिनों सैकड़ों की संख्या में मवेशी हो गए हैं और दिन भर चौक चौराहे में अड्डा जमाये रहते हैं जिससे एक्सीडेंट भी होता है वहीं देर रात सभी मवेशी किसानों का फसल चरने चले जाते हैं जिससे किसानों को लाखों रुपये नुकसान झेलना पड़ता है।खास बात यह है कि ग्रामीणों का कहना है कि हर वर्ष ऐसा ही होता है और किसानों के द्वारा ग्राम पंचायत थाना में शिकायत भी किया जाता है परन्तु आश्वाशन के अलावा कोई कार्यवाही नही की जाती है।यही कारण है कि इस बार यहां के किसान आक्रोशित हो गए हैं और प्रशासन को चेतावनी दे डाले हैं।हालांकि अब देखना यह होगा कि आखिर कब तक किसानों को न्याय मिलता है।