कोतबा/पत्थलगांव:-नगर के हरियाणा पंचायती धर्मशाला में भारत देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का 132 वीं जन्म दिवस मनाया गया।
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आरती सिंह,गौ सेवा आयोग के सदस्य शेखर त्रिपाठी, ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हरगोविंद सिंह अग्रवाल,महेंद्र अग्रवाल,कुलविंदर भाटिया,पूर्व जनपद सदस्य प्रवीण शर्मा,सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं सहित पदाधिकारी उपस्थित रहे।
गौ सेवा आयोग के सदस्य शेखर त्रिपाठी ने चाचा नेहरू के जीवनी पर प्रकाश डालते हुये कहा कि चिल्ड्रेंस डे अथवा बाल दिवस पूरे देश में 14 नवंबर को मनाया जाता है. यह दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती का प्रतीक है. बच्चों द्वारा प्यार से चाचा नेहरू कहे जाने वाले देश के प्रधानमंत्री ने बच्चों की सर्वांगीण शिक्षा की वकालत की जिससे भविष्य में एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके. जवाहरलाल नेहरू बच्चों को राष्ट्र की असली ताकत और समाज की नींव मानते थे.
जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आरती सिंह ने कहा पंडित नेहरू की मृत्यु से पहले, भारत में 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता था. संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व बाल दिवस के रूप में इसी दिन को चिन्हित किया गया था. नेहरू की मृत्यु के बाद, उनकी जयंती को भारत में बाल दिवस की तारीख के रूप में चुना गया था. 1964 में नेहरू की जयंती को बाल दिवस के रूप में चिह्नित करने के लिए भारतीय संसद में एक प्रस्ताव पारित किया गया था.
ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हरगोविंद अग्रवाल ने कहा कि बाल दिवस का उद्देश्य पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि देने के अलावा बच्चों के अधिकारों, देखभाल और शिक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ाना भी है. जवाहरलाल नेहरू के शब्दों में, “आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे. जिस तरह से हम उन्हें पालेंगे, वही देश का भविष्य तय करेगा।