जशपुरनगर। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिराए जाने की वर्षगांठ के अवसर पर,मंगलवार को हिंदू संगठनों ने शौर्य दिवस मनाया। इस अवसर पर शहर में निकले विशाल शौर्य रैली में शहर सहित आसपास के ग्रामीण अंचल से सैकड़ों की संख्या में श्रद्वालु जुटे। आयोजकों और प्रशासन के बीच,अंतिम समय तक रूट को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। हिंदू संगठन शक्ति मैदान में रैली संपन्न करने पर अड़े हुए थे,वहीं प्रशासन,इस इलाके को संवेदनशील मानते हुए इसकी अनुमति नहीं दी। बीते दिनों शहर में हुए घटनाक्रम को देखते हुए,रैली के दौरान,शांति व्यवस्था बनाएं रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। रैली में शामिल होने के लिए सुबह से ही बस स्टेण्ड के पास स्थित बजरंग बली मंदिर में श्रद्वालु जुटने लगे थे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच,शौर्य दिवस की रैली,दोपहर लगभग 1 बजे मंदिर से रवाना हुई मंदिर से रवाना होकर बनिया टोली होते हुए महाराजा चौक पहुंची। महाराजा चौक में लगभग 20 मिनट तक नारेबाजी करने के बाद,डीजे में भक्ति संगीत पर झूमते हुए,श्रद्वालु बीएस मार्केट,जिला चिकित्सालय,जय स्तंभ चौक,सीटी कोतवाली,जूदेव चौक पहुंचे। यहां,पुलिस प्रशासन ने डीजे को रोक लिया। इससे रैली में शामिल श्रद्वालु भड़क गए और सड़क पर धरने में बैठ गए। समझाईश के बाद युवा सड़क से उठे और प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए सिटी कोतवाली,पुरानी टोली होते हुए वापस बजरंग बली मंदिर पहुंच कर,रैली संपन्न हुई। बजरंग बली मंदिर में विशाल भंडारा की व्यवस्था की गई थी। यहां रैली में शामिल श्रद्वालुओं ने खिचडी और टमाटर की चटनी का प्रसाद ग्रहण किया। शौर्य दिवस पर आयोजित इस रैली में शामिल हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान विरोधी नारे जमकर लगाए। पूरे रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान द्वारा भारत को अस्थिर करने के लिए फैलाए जा रहे आतंकी गतिविधियों पर नाराजगी जताते हुए,जमकर नारेबाजी।
‘शौर्य दिवस पर आयोजित रैली के दौरान शांति व्यवस्था बनाएं रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया था। जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित रूट से रैली शुरू हो कर, शांति पूर्वक संपन्न हो गई।’
डी रवि शंकर,एसपी,जशपुर।