Site icon Groundzeronews

*नाबालिग बालिका का पहले किया अपहरण, फिर हरियाणा ले जाकर कराया जा रहा था झाडू – पोछा का काम, आरोपिया को सिटी कोतवाली जशपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार..अभी भी जशपुर जिले में चल रहा मानव तस्करी का खेल, पढ़िये पूरी ख़बर…*

जशपुरनगर। थाना सिटी कोतवाली क्षेत्रांतर्गत 45 वर्षीय महिला दिनांक 21.10.2020 को थाना जशपुर उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि इसकी नाबालिग लड़की उम्र 14 वर्ष 02 माह को ललकी बाई निवासी डुमरटोली थाना जारी ( झारखंड ) एवं एक अन्य आरोपी द्वारा दिनांक 15.06.2016 को बहला – फुसलाकर भगा कर काम करने हेतु ले जाया गया है । प्रार्थिया की रिपोर्ट पर थाना सिटी कोतवाली जशपुर में अप.क्र . 210/2020 धारा 363 , 370 , 34 भा.द.वि. के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया । प्रकरण की विवेचना दौरान सायबर सेल एवं मुखबीर की सूचना पर अपहृत नाबालिग बालिका को दिनांक 21.08.2021 को बरामद कर अपहृता का धारा 164 जा.फौ. के तहत् कथन कराकर सी.डब्ल्यू.सी . जशपुर से काउंसलिंग कराया गया । प्रकरण में पीड़िता नाबालिग लड़की के कथन के आधार पर आरोपीगणों का पता – तलाश किया जा रहा था । मुखबीर से आरोपिया लल्की बाई के संबंध में सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा तत्काल उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया , जो अपराध घटित करना स्वीकार करते हुये बताई कि उसका मायका जशपुर क्षेत्रांतर्गत है , आरोपिया पूर्व में भी हरियाणा काम करने गई थी उसी दौरान उसका झारखंड राज्य की एक महिला से जान परिचय हुआ तथा उसके कहने पर गांव में वापस आकर नाबालिग लड़की एवं अन्य 04 व्यक्तियों को हरियाणा में अच्छा काम दिलाने का बात कहकर जशपुर से रांची तक बस में ले गई तथा रांची में झारखंड राज्य निवासी उक्त महिला का पुत्र उन्हें लेने आया था , जो वे सभी को अपने साथ ले जाकर 04 युवकों को एक फैक्ट्री में काम पर लगा दी तथा नाबालिग लड़की को झाडू – पोछा का कार्य करने हेतु एक घर में लगा दी । प्रकरण की आरोपिया लल्की बाई उम्र 28 वर्ष निवासी डुमरटोली थाना जारी जिला गुमला ( झारखंड ) के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने से विधिवत् दिनांक 24.08.2021 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया । विवेचना कार्यवाही एवं आरोपिया की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी जशपुर निरीक्षक लक्ष्मण सिंह धुर्वे , स.उ.नि. खिरोवती बेहरा , आर . पवन पैंकरा , आर . शोभनाथ सिंह , म.आर. पूनम तिर्की की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

Exit mobile version