Site icon Groundzeronews

*जंगल में महिला की हुई अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार, बदनीयत से जंगल में अकेले पाकर महिला से बनाना चाह रहा था शारीरिक संबंध , विरोध जताने पर उसी के कुल्हाड़ी से कर दीया वार और मौके पर हो गई मौत…………….*

जशपुरनगर। दिनांक 22.02.2022 को प्रार्थी जयपाल राम उम्र 38 साल ने थाना आस्ता में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी दीदी मृतिका झिबरी बाई उम्र 50 साल दिनांक 19.02.2022 को घर से दोपहर में बकरी चराने हेतु ग्राम जरहापाठ स्थित मुनकूपाठ टोंगरीजंगल गई थी, जिसके वापस नहीं लौटने पर प्रार्थी द्वारा अपने गांव में आकर गांव के अन्य लोगों से अपनी दीदी का पता-तलाश करते हुये उक्त टोंगरीजंगल में पहुंचकर खोजबीन करने पर झाड़ में दबा हुआ झिबरी बाई का लाश मिला, उसके सिर में गंभीर चोंट था, एवं अन्य हिस्से में भी चोंट लगा था। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना आस्ता में धारा 302, 201 भा.द.वि. के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
➡️ प्रकरण की विवेचना दौरान घटनास्थल से लगभग 25-30 मीटर की दूरी में एक खून लगा कुल्हाड़ी मिला, जिसकी घटना में प्रयोग होने की संभावना होने पर डॉग स्क्वायड बुलाकर जॉंच की गई। डॉग द्वारा गांव के संदेही सुलेन्द्र राम के घर जाकर रूकने पर संदेही का पता-तलाश किया गया, जो अपने घर में मौजूद नहीं मिला। उक्त संदेही की पतासाजी हेतु पुलिस की विभिन्न टीम गठित कर उसके कार्य करने वाले समस्त स्थानों में दबिश दी जा रही थी। पुलिस के बढ़ते दबाव में सुलेन्द्र राम दिनांक 22.02.2022 की रात्रि में अपने घर आया था जिसे पुलिस टीम द्वारा दबिष देकर घेराबंदी कर अभिरक्षा में लिया गया। पूछताछ में सुलेन्द्र राम ने बताया कि दिनांक 19.02.2022 के दोपहर में वह झिबरी बाई से मुनकूपाठ टोंगरीजंगल में मिला, बदनियती से जंगल में अकेले देखकर उसके पास गया, झिबरी बाई के विरोध करने पर उसी का कुल्हाड़ी छीन कर उसके सिर एवं शरीर के अन्य हिस्से में कई बार वार कर दिया जिससे उसकी मृत्यू हो गई, फिर उसके शव को झाड़ी से ढंक दिया। आरोपी के विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने पर *आरोपी सुलेन्द्र राम उम्र 28 साल निवासी जरहापाठ थाना आस्ता* को दिनांक 22.02.2022 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
➡️ प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में उप निरीक्षक बंशनारायण शर्मा, स.उ.नि. सिरद साय पैंकरा, प्र.आर. अजय लकड़ा, आर. अबिज खलखो, आर. सुखचरण साय, एवं डॉग मास्टर आर. संजीव कुमार साहू का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

Exit mobile version