जशपुरनगर।राज्य सरकार ने शिक्षकों का तबादले के बाद अब इस शिक्षक की माता ने मूल शाला में वापस करने की मांग को लेकर कलेक्टर रितेश अग्रवाल से मांग की है।मामला जिले के बगीचा तहसील का है जहां नेहरू लाल मांझी सहायक शिक्षक के रूप में शासकीय प्राथमिक शाला अमटपानी विकास खंड बगीचा पदस्थ था,जिसे राज्य शासन स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रशासनिक तबादला जिले के मनोरा विकासखंड के दुर्गम क्षेत्र शासकीय प्राथमिक शाला विरला में कर दिया है।जिससे शिक्षक के परिजन सदमे में हैं।शिक्षक की माता चामपति बाई ने कलेक्टर को सौंपे गए आवेदन के अनुसान मांग रखते हुए कही की राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाला पहाड़ी कोरवा शासकीय तृतीय / चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को भारत सरकार एवं राज्य सरकार के निर्देशानुसार यथा संभव पसंद के स्थान पर ही कार्य करने का निर्देश है। स्थानांतरण नीति 2022 में स्पष्ट उल्लेख है कि किसी भी संस्था में एकल शिक्षक व स्थानांतण से शिक्षक विहीन शाला नहीं होना चाहिए। सारे नियम कानून को दरकिनार करते हुए मेरा लड़का नेहरू लाल मांझी सहायक शिक्षक (एल.बी.) शासकीय प्राथमिक शाला अमटपानी विकास खण्ड बगीचा एकल शिक्षक एवं सर्व विशेष पिछड़ी जनजाति समाज कल्याण समिति, जशपुर जिला अध्यक्ष जशपुर को शासकीय प्राथमिक शाला बिरला विकास खण्ड मनोरा अति दुर्गम क्षेत्र में कर दिया गया है, जिससे हम सपरिवार मानसिक रूप से प्रताड़ित है।उन्होंने मांग रखते हुए कही की पुत्र नेहरू लाल मांझी को यथा शीघ्र मूल शाला में वापस नहीं किया गया तो हम पहाड़ी कोरवा समाज एवं सपरिवार कलेक्ट्रेट के प्रांगण में भूख हड़ताल पर बैठने के लिये बाध्य हो जायेंगे।