Site icon Groundzeronews

*ये खेत नहीं जशपुर का राष्ट्रीय राजमार्ग है,दो सौ साल टिकने का दावा,14 सौ करोड़ का बजट और 8 साल से अधूरा,पर्यटन का पंख लगा कर विकास की उड़ान भरने का सपना संजो रहे जिले की सड़कों की बस इतनी सी है कहानी……….*

IMG 20220905 WA0030

जशपुरनगर,ग्राउंड जीरो ई न्यूज। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर जशपुर जिले को छत्तीसगढ़ का आक्सीजोन और पर्यटन हब बनाने का सपना,राजनीतिक हल्कों में खूब दिखाया जा रहा है। योजनाएं भी तैयार की जा रही है। लेकिन,किसी ने यह नहीं सोचा कि बिना सड़क के पर्यटक आएंगें कैसे? अगर प्रचार के माया जाल में बंध कर एक बार कोई पर्यटक जशपुर पहुंच भी गया तो वह यहां की सड़कों का क्या सूरते हाल बयां करेगा? लेकिन जाने दिजिए,फिलहाल हम सड़कों की ही बात करते हैं। जशपुर जिले की जीवन रेखा कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग के संबंध में आपकों तो मालूम ही है,बीते 8 साल से जो सुनते आ रहें हैं,14 सौ करोड़ का बजट केन्द्र सरकार ने इसके चौडीकरण और नवीनीकरण के लिए किया है। इस सिमेंट और कांक्रीट रोड के 2 सौ साल तक टिकाउ होने का दावा भी किया जा चुका है। लेकिन मात्र 130 किलोमीटर की सड़क निर्माण के लिए आधुनिक निर्माण साजो समान के इस युग में 8 साल भी कम पड़ गया है। निर्माण कंपनियों और ठेकेदारों के मकड़जाल में उलझ कर सरकारी तंत्र इतना बेबस हो चुका है कि उसे फिलहाल भरे बरसात में क्रसर डस्ट और गिट्टी डाल कर वाहन चालकों को राहत देने का प्रयास करना पड़ रहा है। लेकिन,आसमान से बरस रहे पानी ने एनएचआई के इस प्रयास पर भी पानी फेर दिया है। चलिए,इतने सालों बाद सरकार को पुराने टेंडर निरस्त करने का ख्याल तो आया। सो अब प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब यह प्रक्रिया कब पूरी होगी और सड़क निर्माण का कार्य कब शुरू होगा,यह तो फिलहाल बता पाना मुश्किल है क्योकि यह सरकारी काम है,सो सरकारी गति से ही होगा। फिलहाल आप इन गड्ढों और कीचड से एनएच में सड़क ढूढ़ ढूढ़ कर,एडवेंचर्स ट्रेवेलिंग का लुत्फ उठाते हुए मुस्कुराते रहिए,क्योंकि आप जशपुर में हैं जनाब……….एक मुस्कुराहट तो बनता है।

Exit mobile version