जशपुरनगर। शहर के आसपास चल रहे अवैध वसूली से हलाकान ट्रेक्टर संचालकों ने सोमवार से रेत और मुरूम की ढुलाई बंद करने की घोषणा कर दी है। इतना ही नही,अपनी समस्याओं की ओर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए ट्रेक्टर रैली निकालने की घोषणा भी कर दी है। आंदोलन की रूपरेखा तय करने के लिए रविवार को शहर के रणजीता स्टेडियम में ट्रेक्टर संचालकों ने बैठक का आयोजन किया था। इस बैठक में संचालकों ने सबसे पहले दिपांशु मिश्रा को अपना अध्यक्ष चुना। इसके बाद,संघ ने लंबे अर्से से चले आ रही समस्या पर चर्चा की। दिपांशु मिश्रा ने बताया कि शहर सहित पूरे जिले में शासन ने एक भी रेत और मुरूम धाट स्वीकृत नहीं की है। इससे शासकीय और नीजि निर्माण कार्याे के लिए लोगों को अवैध उत्खनन से प्राप्त होने वाले गौण खनिजों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। ढुलाई के दौरान रायल्टी पर्ची न होने पर खनिज विभाग,परिवहन और पुलिस प्रशासन की कार्रवाई का शिकार होना पड़ता है। अवैध परिवहन का प्रकरण बनाएं जाने की स्थिति में ट्रेक्टर संचालकों को 10 हजार से 30 हजार रूपए तक का जुर्माना भरना पड़ता है। प्रशासन की इस कार्रवाई से बैंक से ऋण लेकर ट्रेक्टर चला रहे मालिकों की कमर टूटती जा रही है। स्थानीय व्यवसायी चंदन गुप्ता ने बताया कि सरकारी कार्रवाई के साथ ट्रेक्टर मालिकों को असामाजिक तत्वों द्वारा वसूले जाने वाले गुंडा टैक्स भी चुकाना पड़ता है। जबरन वसूले जाने वाले इस टैक्स को न चुकाने पर,रेत माफिया,दबंगई करते हुए,रेत उठाने नहीं देते। नदियों के तट पर तैनात गुर्गे,मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। इस दोहरे तीहरे आर्थिक बोझ से ट्रेक्टर संचालक लंबे अर्से से परेशान है।